केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 39 CBI अधिकारियों/कर्मियों को विशिष्ट एवं सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक प्रदान किए
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) स्थित सीबीआई अकादमी में अलंकरण समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर, केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 39 सीबीआई अधिकारियों/कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) तथा सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक (आईपीएम) प्रदान किए। पदक विजेताओं और उनके परिवारों को बधाई देते हुए अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राष्ट्र के लिए उनकी सेवाओं को मान्यता मिलना हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि यह सभी सेवा अधिकारियों के लिए अपने काम में उत्कृष्टता लाने के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। सीबीआई की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि समाज में न केवल सीबीआई के महत्व को मान्यता दी जाती है, बल्कि इसकी जांच भी सबसे अच्छी होती है, जो सीबीआई द्वारा जांच किये गए मामलों की उच्च सजा दर से परिलक्षित होती है। अर्जुन राम मेघवाल ने जोर देकर कहा कि सीबीआई को सही मायने में सर्वश्रेष्ठ जांच एजेंसी माना जाता है, जो जटिल और संवेदनशील मामलों में विभिन्न हितधारकों द्वारा हर समय सीबीआई जांच की मांग से परिलक्षित होता है।
1 जुलाई, 2024 से लागू हुए नए आपराधिक कानूनों पर चर्चा करते हुए अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि ये कानून नागरिकों के लिए बड़े पैमाने पर जीवन को आसान बनाएंगे। ये कानून न्याय प्रदान करने में तेजी लाएंगे और मुकदमे के दौरान सभी हितधारकों के लगने वाले महत्वपूर्ण समय में बचत करेंगे। मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह राष्ट्र के लिए अत्यधिक लाभदायक साबित होगा, क्योंकि ऊर्जा का समाज के विकास की प्रक्रिया में उपयोग होगा, जिससे अंततः देश उच्च प्रगति की ओर जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत कुछ वर्ष पहले के 11वें स्थान से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया में सुधार, आने वाले कुछ वर्षों में भारत को तीसरे स्थान पर ले जाने के प्रयास और लक्ष्य में योगदान देगा।
अर्जुन राम मेघवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भारत की प्रगति की परिकल्पना के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत 21वीं सदी में वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि 19वीं सदी में यूरोप ने प्रगति की, जिसका नेतृत्व इंग्लैंड ने किया, जबकि 20वीं सदी में अमेरिका ने प्रगति की, जिसका नेतृत्व संयुक्त राज्य अमेरिका ने किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 21वीं सदी एशिया की होगी, जिसका नेतृत्व भारत करेगा। स्वामी विवेकानंद की भविष्यवाणी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अपने विभिन्न मापदंडों के कारण इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए तैयार है, जिनमें समाज की लोकतांत्रिक व्यवस्था, अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगतिशील विकास, पारिवारिक मूल्य प्रणाली और पारिवारिक व्यवस्था, वैश्विक परिदृश्य में भारत की सहायता की प्रवृति और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर निभाई गई भूमिकाएं, नागरिकों की बढ़ती भूमिका, पर्यावरण संबंधी पहल, योग, आयुर्वेद, अंतरिक्ष आदि के क्षेत्र में रणनीतिक नेतृत्व इत्यादि शामिल हैं। इन सबने भारत को दुनिया भर में नेतृत्व की स्थिति में ला दिया है।
अपने स्वागत भाषण में, सीबीआई के निदेशक प्रवीण सूद ने पदक प्राप्तकर्ताओं की सराहना की और कहा कि उन्होंने अपनी पेशेवर कड़ी मेहनत, सहनीयता और दृढ़ता के कारण यह उपलब्धि हासिल की है, जिससे सीबीआई को बहुत सम्मान मिला है। उन्होंने पदक प्राप्तकर्ताओं के परिवार के सदस्यों को भी बधाई दी। इस अवसर पर, प्रवीण सूद ने जोर देकर कहा कि सीबीआई और कानून मंत्रालय जांच के साथ-साथ अधिक कुशल अभियोजन को प्राथमिकता देने के लिए तालमेल और आपसी सहयोग के वातावरण में काम कर रहे हैं। सीबीआई निदेशक ने बल देकर कहा कि सीबीआई की भूमिका समय बीतने के साथ विकसित हो रही है, शुरुआत में मुख्य रूप से भ्रष्टाचार विरोधी मामलों से लेकर विशेष/आर्थिक अपराध, साइबर अपराध, बैंक धोखाधड़ी आदि तक। प्रवीण सूद ने यह भी कहा कि सीबीआई तीन नए आपराधिक कानूनों के सफल कार्यान्वयन के संबंध में कानून और न्याय मंत्रालय के साथ काम कर रही है और बताया कि सीबीआई ने इन कानूनों को लागू करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई इन कानूनों के कार्यान्वयन में राज्यों और अन्य हितधारकों का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार है।
निम्नलिखित अधिकारियों/कर्मचारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) प्रदान किया गया:
1. विप्लव कुमार चौधरी, आईपीएस, संयुक्त निदेशक, एससीजेड, सीबीआई, नई दिल्ली (अब संयुक्त निदेशक, दिल्ली जोन, सीबीआई);
2. शरद अग्रवाल, आईपीएस, संयुक्त निदेशक, एसटीजेड, सीबीआई, नई दिल्ली (अब विशेष आयुक्त, दिल्ली पुलिस);
3. वीरेंद्र मोहन मित्तल, एसपी, एसीबी, सीबीआई, नई दिल्ली;
4. सत्य नारायण जाट, एडिशनल एसपी, एसीबी, सीबीआई, जयपुर (अब एचओबी, एसीबी, रायपुर);
5. महर्षि रे हाजोंग, एएसपी, सीबीआई, बीएसएफबी, कोलकाता;
6. थंगलियान मांग एम, एडिशनल एसपी, एससी-I, सीबीआई, नई दिल्ली (अब एएसपी, सीबीआई, एसीबी, अगरतला);
7. नीलांबर नारायणन श्रीकृष्णन, डीएसपी, सीबीआई, एसयू, चेन्नई;
8. राजेश्वर सिंह राणा, एसआई, सीबीआई, आईपीसीयू, नई दिल्ली; (अब इंस्पेक्टर, सीबीआई, जबलपुर)
9. गीता पॉल, एसआई, सीबीआई, ईओबी, कोलकाता (अब इंस्पेक्टर, ईओबी, कोलकाता);
10. गौतम चंद्र दास, हेड कांस्टेबल, एसीबी, सीबीआई, भुवनेश्वर (अब सेवानिवृत्त)
निम्नलिखित अधिकारियों/कर्मचारियों को सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक (आईपीएम) प्रदान किया गया:
11. प्रवीण मंडलोई, पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली;
12. राजबीर सिंह, एएसपी, सीबीआई, एसीबी, इम्फाल (अब एसपी, सीबीआई, एससी.III, नई दिल्ली);
13. राज मोहन चंद, वरिष्ठ लोक अभियोजक, सीबीआई, एसी-VI/एसआईटी, नई दिल्ली (अब डीएलए, दिल्ली जोन);
14. सुरेश कुमार, वरिष्ठ पीपी, सीबीआई, एससीबी, चंडीगढ़;
15. डार्विन के जे, उप एसपी, सीबीआई, ईओबी, चेन्नई (अब एएसपी, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई);
16. जावेद अख्तर अली, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, गाजियाबाद (अब एएसपी, सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद);
17. कुमार अभिषेक, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली (अब एएसपी, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली);
18. मनोज कुमार, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, नीति प्रभाग, नई दिल्ली (अब एएसपी, सीबीआई, नीति प्रभाग);
19. जगरूप सिंह, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई (अब सेवानिवृत्त);
20. गिरीश सोनी, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, पुणे;
21. जगदेव सिंह यादव, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, जयपुर (अब डीएसपी, एसीबी, गुवाहाटी);
22. मुकेश कुमार, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद (अब डीएसपी, एसी.III, नई दिल्ली);
23. अजय कुमार मिश्रा, डीएसपी, सीबीआई, एसीबी, गाजियाबाद;
24. टी. संतोष कुमार, डीएसपी, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई;
25. अनिल बिष्ट, डीएसपी, सीबीआई, सतर्कता प्रकोष्ठ, नई दिल्ली;
26. मुन्ना कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक, सीबीआई, बीएसएफबी, नई दिल्ली (अब डीएसपी, सीबीआई, बीएसएफबी, दिल्ली);
27. तेजवीर सिंह, पुलिस निरीक्षक, सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद;
28. राकेश कुमार शर्मा, एएसआई, सीबीआई, एसयू, नई दिल्ली;
29. किशोर कुमार, एएसआई, सीबीआई, ईओ-II, नई दिल्ली;
30. किशन चंद, एएसआई, सीबीआई, एसी-VI/एसआईटी, नई दिल्ली (अब एएसआई, सीबीआई, एसी-III, नई दिल्ली);
31. जगदीश चौधरी, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एससीबी, पटना (अब सेवानिवृत्त);
32. जाहर लाल नायक, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एसीबी, कोलकाता, (अब एएसआई, सीबीआई, एससीबी, कोलकाता);
33. इचिक्कमंदनाथ वर्गीस पॉलोज, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एसीबी, बेंगलुरु;
34. देबदत्त मुखर्जी, हेड कांस्टेबल, सीबीआई, एससीबी, कोलकाता (अब सेवानिवृत्त);
35. हरदेव सिंह, एचसी, सीबीआई, बीएसएफबी, नई दिल्ली (अब एएसआई, सीबीआई, एसी.III, नई दिल्ली);
36. चंद्र शेखर जोशी, कांस्टेबल, सीबीआई, एचओ, नई दिल्ली;
37. सतीश कुमार, कांस्टेबल, सीबीआई, एसीबी, चंडीगढ़;
38. अनूप मैथ्यूज, कार्यालय अधीक्षक, सीबीआई, एसी-I, नई दिल्ली और
39. नारायणन मीनाक्षी, एसजी-I, सीबीआई, चेन्नई जोन, चेन्नई (अब पीएस, सीबीआई, एसीबी, चेन्नई)
इस अवसर पर विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधिक कार्य विभाग के सचिव डॉ. राजीव मणि भी विधि एवं न्याय मंत्रालय, सीबीआई और अन्य विभागों/स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे। पदक विजेताओं के लगभग 90 परिवार-सदस्य भी उपस्थित थे।