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Union Minister Ashwini Vaishnaw unveils key infrastructure and IT initiatives at Advantage Assam 2.0
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केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एडवांटेज असम 2.0 में प्रमुख बुनियादी ढांचे और आईटी पहल का अनावरण किया

केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज गुवाहाटी में आयोजित एडवांटेज असम 2.0 निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने क्षेत्र में रेलवे और आईटी उद्योगों के विकास में तेजी लाने के उद्देश्य से कई प्रमुख पहलों और परियोजनाओं की घोषणा की।

बुनियादी ढांचे और औद्योगीकरण को बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की जानकारी देते हुए, अश्विनी वैष्णव ने उत्तर पूर्व को भारत के विकास के लिए “नया इंजन” बताया। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर विनिर्माण में राज्य की बढ़ती भूमिका को मजबूत करते हुए, असम में नए सेमीकंडक्टर संयंत्र की योजना का अनावरण किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने घोषणा की कि गुवाहाटी रेलवे स्टेशन को नए आईटी हब में तब्दील किया जाएगा, जिससे क्षेत्र के डिजिटल बुनियादी ढांचे को और मजबूती मिलेगी।

मंत्री ने 2014 के बाद से असम और पूर्वोत्तर में 1,824 किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक के निर्माण में सरकार की सफलता पर बल दिया। उन्होंने असम में मोइनारबैंड और सिन्नामारा में दो गति शक्ति कार्गो टर्मिनलों के चालू होने की भी जानकारी दी और चायगांव, न्यू बोंगाईगांव, बिहारा, हिलारा, बैहाटा और रंगजुली में 06 अतिरिक्त गति शक्ति कार्गो टर्मिनलों के विकास की घोषणा की, जो क्षेत्र के रेलवे नेटवर्क को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा। कनेक्टिविटी को और मजबूत करते हुए, उन्होंने पुष्टि की कि एक वंदे भारत एक्सप्रेस पहले से ही पूर्वोत्तर में चालू है, दूसरी जल्द ही गुवाहाटी और अगरतला को जोड़ने वाली है। उन्होंने दो अमृत भारत ट्रेनों (गुवाहाटी-दिल्ली और गुवाहाटी-चेन्नई के बीच) को मंजूरी देने की भी घोषणा की, जो इस साल चालू हो जाएंगी। उन्होंने लुमडिंग में रेलवे इंजन मिडलाइफ़ पुनर्निर्माण सुविधा की स्थापना की भी घोषणा की। मंत्री ने 300 करोड़ रुपये की लागत से बोडोलैंड क्षेत्र के बशबारी में वैगन कार्यशाला स्थापित करने की योजना की भी घोषणा की।

अश्विनी वैष्णव ने असम और भूटान के बीच कनेक्टिविटी में सुधार, आर्थिक विकास के नए अवसर खोलने की सरकार की योजनाओं पर बल दिया। बोडोलैंड क्षेत्र में विकास पर बल देते हुए, उन्होंने बशबारी में वैगन कार्यशाला की स्थापना की घोषणा करके बोडो समझौते के तहत सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल विनिर्माण में भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर चर्चा करते हुए, मंत्री ने कहा कि 98% से अधिक मोबाइल फोन अब घरेलू स्तर पर बनते हैं। इस क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए, उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण योजना के तहत 120 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से बोंगोरा, कामरूप में ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर (ईएमसी) के विकास की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान को जगीरोड में परिसर स्थापित करने की योजना के साथ डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी में अपग्रेड किया गया है।

अश्विनी वैष्णव ने पूर्वोत्तर में बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास के लिए सरकार के समर्पण की पुष्टि की। उन्‍होंनेविश्वास व्यक्त किया कि असम जल्द ही महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरेगा। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में नई पहलों को बढ़ावा देने में केंद्र सरकार के निरंतर समर्थन को स्वीकार करते हुए इस भावना को दोहराया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि असम वैश्विक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में प्रमुख क्षेत्र बन जाएगा।

केंद्रीय मंत्री की उपस्थिति में, असम सरकार ने सिंगापुर, मलेशिया और जापान में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के 10 उद्योग समूहों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिससे राज्य के बढ़ते सेमीकंडक्टर उद्योग में अंतरराष्ट्रीय भागीदारी को मजबूत किया गया और निवेश को बढ़ावा दिया गया।

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