अमेरिका और चीन ने कई दौर की वार्ताओं के बाद एक-दूसरे के लिए लक्ष्मण-रेखाएं खींची हैं। दोनों देशों ने आपसी संबंधों में सुधार के लिए कुछ मुद्दों पर मिलकर काम करना जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की है। चीन की तीन दिन की यात्रा पर गये अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन के राष्ट्रपति, विदेश मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी नागरिकों को गलत तरीके से हिरासत में रखकर उनके चीन छोडने पर पाबंदी लगाने के मामले के सुलझाना अमेरिका की प्राथमिकता है। उन्होंने दक्षिण चीन सागर में नियमों का पालन करने और आवाजाही की स्वतंत्रता का सम्मान करने का मुद्दा भी उठाया। एंटनी ब्लिंकन ने हांगकांग की स्वायत्तता, शिनचियांग तथा तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन तथा रूस को रक्षा सहयोग दिये जाने पर भी गंभीर चिंता प्रकट की।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका स्वयं के और अपने मित्र देशों के हितों और मूल्यों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता रहेगा। इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री ने टेलिविजन पर एक साक्षात्कार में आरोप लगाया है कि चीन, अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। चीन इन आरोपों को बार-बार खारिज करता रहा है।