अमेरिका ने कहा है कि वह भारत के सेमीकंडक्टर मिशन में साझेदार बनकर 2022 के चिप्स (CHIPS) एक्ट के जरिए निर्मित अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सुरक्षा और नवाचार निधि के अंतर्गत वैश्विक सेमीकंडक्टर व्यवस्था के विकास और उसकी विविधता के अवसरों पर मिलकर काम करेगा। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह साझेदारी अधिक समर्थ, सुरक्षित और दीर्घकालिक वैश्विक सेमीकंडक्टर मूल्य श्रृंखला के निर्माण में मददगार होगी।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अमरीका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच की ओर से जारी एक वीडियो में अमेरिका के उप-विदेश मंत्री कर्ट कैम्पबेल ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी का विस्तार बाइडेन प्रशासन की ओर से किए गए सामरिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण प्रयासों में से एक है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के प्रशासन ने इस साझेदारी को बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए काफी समय लगाया है और राजनीतिक प्रयास किए हैं। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों और सामरिक चुनौतियों को देखते हुए ये प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।
अमेरिका और भारत के बीच सहयोग में वह सामर्थ्य है जिससे भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग का विस्तार होगा और उससे दोनों देशों को लाभ होगा।
भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) बल का अपतटीय गश्ती जहाज सक्षम समुद्री सहयोग को सशक्त करने और…
उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) और द एस्टे लॉडर कंपनीज इंक (ईएलसी) ने…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिन के आधिकारिक दौरे के तहत मॉरीशस के प्रधानमंत्री…
रक्षा मंत्रालय ने देश की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को और सशक्त बनाने के सरकार के…
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के त्वरित अनुमान हर महीने की 12 तारीख को (या यदि…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लिया।…