वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन स्तर पर पहुंचने के बाद वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-दिसंबर) के दौरान देश में कुछ प्रमुख खनिजों के उत्पादन में मजबूत वृद्धि देखी गई है। मूल्य के हिसाब से कुल एमसीडीआर खनिज उत्पादन में लौह अयस्क का हिस्सा 69 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क का उत्पादन 274 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) था।
अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, लौह अयस्क का उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-दिसंबर) में 203 एमएमटी से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-दिसंबर) में 208 एमएमटी हो गया है जो 2.5 प्रतिशत की आकर्षक वृद्धि दर्शाता है। मैंगनीज अयस्क का उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 2.4 एमएमटी से 8.3 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-दिसंबर) में 2.6 एमएमटी हो गया है। क्रोमाइट का उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 2.1 एमएमटी से 9.5 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-दिसंबर) में 2.3 एमएमटी हो गया है। बॉक्साइट का उत्पादन भी वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-दिसंबर) में 17.0 एमएमटी से 6.5 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-दिसंबर) में 18.1 एमएमटी हो गया है।
अलौह धातु के क्षेत्र में वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-दिसंबर) में प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जो वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-दिसंबर) में 31.07 लाख टन से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-दिसंबर) में 31.56 लाख टन हो गया। इसी तुलनात्मक अवधि के दौरान परिष्कृत तांबे का उत्पादन 7.3 प्रतिशत बढ़कर 3.69 लाख टन से 3.96 लाख टन हो गया है।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक देश है। परिष्कृत तांबे में वह शीर्ष 10 उत्पादकों में से एक है और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है। चालू वित्त वर्ष में लौह अयस्क के उत्पादन में निरंतर वृद्धि इस्पात के क्षेत्र में मजबूत मांग को दर्शाती है। एल्युमीनियम और तांबे के उत्पादन में वृद्धि के साथ, विकास के ये रुझान ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे क्षेत्रों में निरंतर मजबूत आर्थिक गतिविधि की ओर इशारा करते हैं।