ट्रम्प ने पहली बार माना भारत और पाकिस्तान के नेताओं ने किया संघर्ष रोकने का फैसला- अमरीकी राष्ट्रपति के इस बयान को दैनिक जागरण सहित कई अखबारों ने प्रमुखता दी है।
ईरान- इस्राइल युद्ध पर भी सभी अख़बारों की नज़र है। हिंदुस्तान ने लिखा है ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से बचाए गए 110 भारतीय विद्यार्थी दिल्ली पहुंचे, सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा- ईरान में अटकी थीं सांसें, स्वदेश आकर सुकून। जनसत्ता ने विद्यार्थियों की आपबीती बताते हुए लिखा है – हमारे सामने गिरी मिसाइलें, सता रही भविष्य की चिंता।
राष्ट्रीय सहारा और नवभारत टाइम्स की सुर्खी है- जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास से बड़ी मात्रा में अधजले नोटों के मामले में सर्वोच्च न्यायालय की जांच समिति ने उन्हें हटाने की सिफारिश की। 64 पृष्ठ की जांच रिपोर्ट में कदाचार के आरोप हुए साबित।
दैनिक भास्कर ने लिखा है- अफसर नहीं बने! अब नई नौकरी की राह दिखायेगा, यू.पी.एस.सी.। यू.पी.एस.सी. की प्रतियोगी परीक्षाओं में मैरिट लिस्ट में जगह पाने से चूके प्रतिभाशाली युवाओं को दूसरे क्षेत्रों में नौकरी दिलाने के लिए यू.पी.एस.सी. ने प्रतिभा सेतु पोर्टल शुरू किया।
राजस्थान पत्रिका ने एक शोध के हवाले से लिखा है- चैट जीपीटी से दिमाग हुआ कमजोर, याददाश्त पर भी असर।