राजनीतिक दलों के अगले चरण के प्रचार के दौरान वायदे और आरोप तथा पलटवार अखबारों के पहले पन्ने में छाए हुए हैं। जनसत्ता, राष्ट्रीय सहारा, अमर उजाला और हरिभूमि ने निर्वाचन आयोग की राजनीतिक दलों को इस नसीहत को पहली खबर बनाया है कि धर्म और जाति के आधार पर प्रचार से बचे। राजस्थान पत्रिका ने लिखा है- ताना-बाना न बिगाडें स्टार प्रचारक।
देशबन्धु की बडी सुर्खी है- चुनाव से पहले दिल्ली को दहलाने की साजिश, गुजरात से पकडे गए आईएसआईएस आतंकियों से पूछताछ में खुलासा।
दिल्ली में मतदान के दिन सुबह चार बजे से मेट्रो सेवा शुरू करने की घोषणा देते हुए नवभारत टाइम्स ने लिखा है- मतदान कर्मियों को मतदान केन्द्र तक पहुंचने में सहूलियत को देखते हुए सभी लाइनों पर मेट्रो सेवा चार बजे सुबह शुरू कर दी जाएगी। दैनिक जागरण ने लिखा है- मतदान के दिन बंद रहेंगे दिल्ली के बाजार।
जनसत्ता ने पहले पन्ने पर विश्लेषण शीर्षक से लिखा है-1996 के बाद लोकसभा चुनाव में इस बार सबसे अधिक आठ हजार तीन सौ साठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वर्ष-1996 में तेरह हजार नौ सौ बावन उम्मीदवारों ने चुनाव लडा था।
राजस्थान पत्रिका का शीर्षक है- गर्मी का सितम, राजस्थान समेत पांच राज्यों में रेड अलर्ट, पत्र लिखता है- नौतपा से पहले तंदूर जैसे तपे कई राज्य, पांच दिन तक राहत नहीं। पत्र ने बीकानेर में गर्म रेत पर पापड सेकने का चित्र दिया है।
दैनिक जागरण की खबर है- दक्षिण पूर्व एशिया बना संगठित साइबर ठगी का नया ठिकाना।



