चक्रवात रेमल के कारण असम और मिजोरम में तेज बारिश और भूस्खलन से 12 लोगों की मृत्यु, पश्चिम बंगाल में छह लोगों की मृत्यु
चक्रवाती तूफान रेमाल के कारण असम में मूसलाधार बारिश और तेज हवाऐं चल रही हैं। चिरांग, गोआलपाडा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकंडी और करीमगंज जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। धुबरी, दक्षिण सालमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तुमुलपुर, बारपेटा, नलबाडी, मोरीगांव, नौगांव, होजाई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलो में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं चक्रवाती तूफान से मिजोरम में आज सुबह आइजॉल से करीब चार किलोमीटर दूर ह्लिमेन में भूस्खलन के कारण कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है। चक्रवात रेमल के कारण कल रात से भारी बारिश और तेज़ हवाएं चल रही हैं। हमारे संवाददाता ने बताया है कि बचाव कार्य जोरों पर है।
मिजोरम में लगातार बारिश ने तबाही मचाई है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर भूस्खलन और पेड़ों के गिरने से सडको को नुकसान पहुंचा हैं। राजधानी आइजॉल शहर में दुकानें बंद हैं और सार्वजनिक परिवहन भी सड़कों पर नहीं चल रहे हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने आपदा राहत कोष के लिए 15 करोड़ रुपये की घोषणा की है। राज्य सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों और स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है।
वहीं, पश्चिम बंगाल में चक्रवात रेमल से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इस बीच, 24 परगना, कोलकाता और आसपास के जिलों में बारिश तथा तेज हवाएं रुक गई हैं। तूफान के प्रभाव से दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के तटीय इलाकों में एक बड़ा हिस्सा पानी में डूबा हुआ है।
भारतीय तटरक्षक बल ने गंभीर चक्रवाती तूफान से उत्पन्न स्थिति से सफलतापूर्वक निपटने के लिए केंद्रीय और राज्य स्तरीय एजेंसियों के साथ बेहतरीन तालमेल किया `है। यह चक्रवाती तूफान 22 मई को कम दबाव वाले क्षेत्र के रूप में उत्पन्न हुआ था और पश्चिम बंगाल तथा बांग्लादेश के तटों पर पहुंचने से पहले गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया था।