विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने कहा है कि जब तक मानव जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं की जाती तब तक पूर्ण विकास के लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता। डॉ. जयशंकर ने कहा कि लैंगिक समानता और महिला विकास भारत की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों का अभिन्न अंग है। भुवनेश्वर में आज प्रवासी भारतीय दिवस के चौथे सत्र की अध्यक्षता करते हुए उन्होने यह बात कही। इस अवसर पर उन्होनें प्रवासी दिवस : महिला नेतृत्व और प्रभाव का जश्न – नारी शक्ति विषय पर चर्चा करते हुए महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। आज 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आखिरी दिन है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ वासुदेव घाट पर संध्या आरती…
आदिवासी सशक्तिकरण की दिशा में ट्राइफेड कई दूरदर्शी कदम उठा रहा है और आदिवासियों को…
रक्षा मंत्रालय ने मेसर्स एसीई लिमिटेड और मेसर्स जेसीबी इंडिया लिमिटेड के साथ रक्षा सचिव…
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपीआई) ने कोलकाता के…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश राज्य दिवस के अवसर पर वहां के लोगों को…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिजोरम के लोगों को उनके राज्य के स्थापना दिवस पर हार्दिक…