संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा भारत, चीन, रूस और जापान को “जेनोफोबिक” कहने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि सभी सदस्य देशों को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार अनुबंध में बुनियादी मानकों को कायम रखना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक से जब बाइडन के ‘जेनोफोबिक’ संबंधी बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने (हक ने) कहा, ‘‘उन्होंने (बाइडन ने) जो कहा है उसपर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन निश्चित रूप से बाइडन ने चीन, जापान, रूस और भारत को “जेनोफोबिक” कहा है।
केंद्र सरकार ने आज राज्य सरकारों को 1,73,030 करोड़ रुपए का कर हस्तांतरण जारी किया…
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तेलंगाना सरकार के सहयोग से 8-9 जनवरी, 2025 को गैर-संचारी रोगों…
प्रवासी भारतीय दिवस के 18वें संस्करण का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9…
भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के…
18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के भाग के रूप में, भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था…
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसईसीआई) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए नवीन एवं…