संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा भारत, चीन, रूस और जापान को “जेनोफोबिक” कहने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि सभी सदस्य देशों को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार अनुबंध में बुनियादी मानकों को कायम रखना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक से जब बाइडन के ‘जेनोफोबिक’ संबंधी बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने (हक ने) कहा, ‘‘उन्होंने (बाइडन ने) जो कहा है उसपर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन निश्चित रूप से बाइडन ने चीन, जापान, रूस और भारत को “जेनोफोबिक” कहा है।
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि ईरान और इस्राइल पूर्ण संघर्ष…
ईरान द्वारा अमरीकी हमले के जवाब में, कतर और इराक में अमरीकी सैन्य ठिकानों पर…
लीड्स में एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को…
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पेईचिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग ई से…
भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में देश के…
ईरान के हमलों के बाद तेल की वैश्विक कीमतों में पिछले पांच वर्षों में एक…