संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा भारत, चीन, रूस और जापान को “जेनोफोबिक” कहने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि सभी सदस्य देशों को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार अनुबंध में बुनियादी मानकों को कायम रखना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक से जब बाइडन के ‘जेनोफोबिक’ संबंधी बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने (हक ने) कहा, ‘‘उन्होंने (बाइडन ने) जो कहा है उसपर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन निश्चित रूप से बाइडन ने चीन, जापान, रूस और भारत को “जेनोफोबिक” कहा है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त 2 अगस्त को जारी की जाएगी। इस संबंध…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट कहा है कि विश्व के किसी भी नेता ने उनसे…
मौसम विभाग ने आज बिहार, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ…
ऑपरेशन सिन्दूर पर लोकसभा में प्रधानमंत्री के वक्तव्य को सभी अखबारों ने प्रमुखता दी है।…
रूस के कामचात्का प्रायद्वीप में आज तड़के आठ दशमलव आठ तीव्रता का भूकम्प आया। इसका…
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भारत के आर्थिक वृद्धि दर अनुमानों में संशोधन किया है और वर्ष…