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India invites Chile for WAVES 2025, Union Minister of State Dr. L Murugan meets Chilean Minister Carolina Arredondo
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भारत ने चिली को वेव्‍स 2025 के लिए निमंत्रण दिया, केंद्रीय राज्‍य मंत्री डॉक्‍टर एल मुरुगन ने चिली की मंत्री कैरोलीना आर्रेदोंदो के साथ मुलाकात की

केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्‍य मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री डॉक्‍टर एल मुरुगन ने नई दिल्‍ली में सिली की संस्‍कृति, कला और विरासत मंत्री कैरोलिना आर्रेदोंदो से मुलाकात की। वे राट्रपति महामहिम गेब्रियल बोरिक फॉन्ट की पांच दिन की भारत यात्रा के दौरान दिल्‍ली में हैं।

केंद्रीय राज्‍य मंत्री डॉक्‍टर एल मुरुगन ने चिली को वेव्‍स 2025 के लिए निमंत्रण दिया

माननीय मंत्री ने इस दौरान व्‍यापक चर्चा की, विशेषरूप से आगामी विश्‍व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्‍मेलन (वेव्‍स) में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। यह सम्‍मेलन 1 से 4 मई, 2025 को होने जा रहा है। मंत्री ने उन्‍हें आयोजन के लिए निमंत्रण दिया और कैरोलिना आर्रेदोंदो को भारतीय पेंटिंग भेंट की।

इस बैठक में चिली के प्रतिनिधिमंडल ने भी भाग लिया जिनमें चिली के दूतावास में तृतीय सचिव मार्टिन मारमेज़, विदेश मंत्रालय में अवर सचिव लक्ष्‍मी चंद्र और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में संयुक्‍त सचिव (फिल्‍म) डॉक्‍टर अजय नागभूषण एम एन शामिल रहे।

भारत-चिली सहयोग का विस्तार

चिली गणराज्य के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट 1 से 5 अप्रैल, 2025 तक भारत की राजकीय यात्रा पर हैं, जो दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 76 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में है। नई दिल्ली के अलावा, राष्ट्रपति बोरिक आगरा, मुंबई और बेंगलुरु का दौरा करने वाले हैं। राष्ट्रपति बोरिक की यह पहली भारत यात्रा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट ने चर्चाओं के दौरान, दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों का विस्तार करने के उद्देश्य से व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के लिए बातचीत शुरू करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने सहयोग के लिए अपार संभावनाओं वाले क्षेत्रों के रूप में खनिज, ऊर्जा, रक्षा, अंतरिक्ष और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की पहचान की और उन पर चर्चा की।

स्वास्थ्य सेवा घनिष्ठ संबंधों के लिए आशाजनक मार्ग के रूप में उभरी। चिली में योग और आयुर्वेद की बढ़ती लोकप्रियता दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रमाण है। नेताओं ने विद्यार्थी विनिमय कार्यक्रमों और अन्य पहलों के माध्यम से सांस्कृतिक और शैक्षिक संबंधों को प्रगाढ़ करने के महत्व को भी बल दिया किया।

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