भारत

भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग (IHRC) ने एक नया लोगो और आदर्श वाक्य अपनाया

भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग (आईएचआरसी), अभिलेखीय मामलों पर एक शीर्ष सलाहकार निकाय है। यह अभिलेखों के प्रबंधन और ऐतिहासिक अनुसंधान के लिए उनके उपयोग पर भारत सरकार को परामर्श देने के लिए रचनाकारों, संरक्षकों और अभिलेखों के उपयोगकर्ताओं के एक अखिल भारतीय मंच के रूप में कार्य करता है। इसकी स्थापना वर्ष 1919 में हुई थी। इसका नेतृत्व केंद्रीय संस्कृति मंत्री करते हैं।

आईएचआरसी की विशिष्ट पहचान और प्रस्तुत लोकाचार को स्पष्ट रूप से संप्रेषित करने के लिए, लोगो और आदर्श वाक्य के लिए डिज़ाइन आमंत्रित किये गये थे। इसके लिए वर्ष 2023 में MyGov पोर्टल पर एक ऑनलाइन प्रतियोगिता शुरू की गई थी। इस प्रतिक्रिया में कुल 436 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं।

इस प्रतियोगिता में शौर्य प्रताप सिंह (दिल्ली) द्वारा प्रस्तुत निम्न लोगो और आदर्श वाक्य प्रविष्टि को विजेता के रूप में चुना गया है।

यह लोगो पूरी तरह से भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग की थीम और विशिष्टता को अभिव्यक्त करता है। कमल की पंखुड़ियों के आकार के पृष्ठ भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग को ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए लचीले नोडल संस्थान के रूप में दर्शाते हैं। मध्य में सारनाथ स्तंभ भारत के गौरवशाली अतीत का प्रतिनिधित्व करता है। रंग थीम के रूप में भूरा रंग भारत के ऐतिहासिक अभिलेखों के संरक्षण, अध्ययन और सम्मान के संगठन के मिशन को सुदृढ़ करता है।

आदर्श वाक्य का अनुवाद इस प्रकार है “जहां इतिहास भविष्य के लिए संरक्षित है।” यह आदर्श वाक्य भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग और उसके कार्य के लिए बहुत महत्व रखता है। भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग ऐतिहासिक दस्तावेजों, पांडुलिपियों, ऐतिहासिक जानकारी के अन्य स्रोतों की पहचान करने, एकत्र करने, सूचीबद्ध करने और बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसा करके आयोग यह सुनिश्चित करता है कि मूल्यवान ऐतिहासिक ज्ञान भावी पीढ़ियों के लिए संरक्षित रहे। इसलिए, आदर्श वाक्य ऐतिहासिक दस्तावेजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लाभ के लिए इन्हें सुलभ बनाने की आयोग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

लोगो और आदर्श वाक्य के लिए निम्न प्रविष्टियों को चार-चार सांत्वना पुरस्कार दिये गये हैं:

प्रतीक चिन्ह

  1. मनस्वी चंदवास्कर (इंदौर, मध्य प्रदेश)
  2. दीपिका मंडल (बेंगलुरु, कर्नाटक)
  3. नोनंदा वर्मा (जोधपुर, राजस्थान)
  4. शिवांशी चौहान (चुट्टमलपुर, उत्तराखंड)

आदर्श वाक्य

  1. जसनीत कौर (एसएएस नगर, पंजाब)
  2. नरेश अग्रवाल (इंदौर, मध्य प्रदेश)
  3. राजू चटर्जी (कोलकाता, पश्चिम बंगाल)
  4. रिंकल (भरूच, गुजरात)

विजेता प्रविष्टि को 50,000/- रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा। लोगो और आदर्श वाक्य के लिए चयनित सभी चार-चार प्रविष्टियों में से प्रत्येक को पांच-पांच हजार रुपये की राशि सांत्वना पुरस्कार के रूप में प्रदान की जाएगी।

Editor

Recent Posts

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वराज पॉल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वराज पॉल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री…

15 मिन ago

कोयला मंत्रालय ने वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के 13वें दौर का सफलतापूर्वक शुभारंभ किया

भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मज़बूत करने और घरेलू कोयला उत्पादन में तेज़ी लाने की…

17 मिन ago

संसद का मॉनसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुआ

संसद का मॉनसून सत्र 2025 सोमवार के दिन 21 जुलाई, 2025 को प्रारंभ हुआ था…

3 घंटे ago

भारतीय रेलवे रिकॉर्ड 380 गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स का संचालन करेगा

भारतीय रेलवे ने 2025 के लिए 380 गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स (फेरों) की घोषणा की…

3 घंटे ago

निर्वाचन आयोग ने उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए दो पर्यवेक्षक नियुक्त किये

निर्वाचन आयोग ने उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए दो पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं। पंचायती राज मंत्रालय…

3 घंटे ago

आज की ताजा खबर न्यूज़ पेपर, आज का अखबार हिंदी – 22 अगस्त 2025

जी.एस.टी. की नई दरों की मंजूरी का समाचार अधिकतर अख़बारों ने मुखपृष्‍ठ पर दिया है।…

3 घंटे ago