भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष सोमनाथ ने कहा है कि इस साल के अंत तक पहले मानव रहित मिशन गगनयान के प्रक्षेपण की कोशिश की जा रही है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि गगनयान के सभी हिस्से सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र पहुंच गए हैं और इन्हें उड़ान के लिए जोड़ा जाएगा। अंतरिक्ष संगठन के प्रमुख ने कहा कि मानव मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए गामा किरणों की सीमा, यूवी विकिरण की तीव्रता और ब्रह्मांडीय अल्ट्रा विकिरण की जांच करने वाले सेंसर को मापा जाएगा।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के कुलसेकरपट्टिनम में अंतरिक्ष केंद्र दो वर्ष में स्थापित हो जाएगा। सोमनाथ ने कहा कि छोटे उपग्रहों को पड़ोसी देशों की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रक्षेपित किया जाएगा। अंतरिक्ष संगठन के प्रमुख ने कहा कि देश के पास उचित लागत पर किसी भी प्रकार के उपग्रह का उत्पादन करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि उद्योग में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की अवधारणा से देश और अंतरिक्ष उद्योग के वैश्विक क्षेत्र में इसकी उपस्थिति को लाभ होगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राजस्थान में सुरक्षाबल कर्मियों के लिए ‘Self-Empowerment through…
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल)…
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने यह घोषणा करते हुए खुशी जताई कि 18 अप्रैल को…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली में यमुना नदी की वर्तमान स्थिति का आकलन…
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने आज भुवनेश्वर में…
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास संगठन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2025 में साढ़े…