उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) ने 17 मई 2024 को वाणिज्य भवन, नई दिल्ली में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम ‘ओएनडीसी स्टार्टअप महोत्सव’ आयोजित किया। यह आयोजन डीपीआईआईटी की दो प्रमुख पहलों- स्टार्टअप इंडिया पहल और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के उत्सव और सहयोग का प्रतीक है।
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने स्टार्टअप विकास और नवाचार के लिए इकोसिस्टम को विकसित करने और प्रोत्साहन के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “ओएनडीसी स्टार्टअप महोत्सव भारत में स्टार्टअप्स के लिए ओएनडीसी से प्राप्त अवसरों का लाभ उठाने का एक महत्वपूर्ण बिंदु है। पिछले डेढ़ वर्षों में नेटवर्क तेजी से विकसित और परिपक्व हुआ है, और आज का सत्र भारत में डिजिटल कॉमर्स को लोकतांत्रिक बनाने के लिए डीपीआईआईटी और उद्योग दोनों की प्रतिबद्धता दिखाता है।
इस कार्यक्रम में हाइब्रिड मोड में लगभग 5,000 स्टार्टअप्स की भागीदारी हुई। इस दौरान स्टार्टअप्स, यूनिकॉर्न और ईजमाईट्रिप, ऑफबिजनेस, विंजो, लिवस्पेस, ग्लोबलबीज, प्रिस्टिन केयर, कार्स24, फिजिक्स वाला, पॉलिसीबाजार और ज़ेरोधा जैसे उच्च विकास व्यवसायों सहित 125 से अधिक इकोसिस्टम हितधारकों ने आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए। ये एलओआई ओएनडीसी की क्षमता और प्लेफार्म के साथ सहयोग करने के लिए देश के अग्रणी स्टार्टअप की उत्सुकता को दिखाते हैं।
डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव ने स्टार्टअप्स और ओएनडीसी के बीच निरंतर सहयोग के लिए सरकार के विज़न पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “स्टार्टअप नवाचार प्रोत्साहन, प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देकर और उपभोक्ता की पसंद को बढ़ाकर ओएनडीसी इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। आज के कार्यक्रम में 125 से अधिक स्टार्टअप्स ने ओएनडीसी नेटवर्क से जुड़ने की प्रतिबद्धता व्यक्त की, जो राष्ट्रीय पहल के उत्साह और गति को दर्शाता है।”
ओएनडीसी के एमडी एवं सीईओ टी. कोशी ने कहा, “ओएनडीसी स्टार्टअप महोत्सव भारत की डिजिटल परिवर्तन यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण है। हमारे इकोसिस्टम के भीतर सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देकर हम ई-कॉमर्स में खेल के नियमों को फिर से परिभाषित करने के लिए स्टार्टअप को सशक्त बना रहे हैं।”
‘ओएनडीसी स्टार्टअप महोत्सव’ ओएनडीसी और स्टार्टअप इंडिया पहल के बीच एक विशिष्ट सहयोग है। प्लेटफ़ॉर्म से 5 लाख से अधिक विक्रेता जुड़े हुए हैं, जिनमें से 70 प्रतिशत से अधिक छोटे या मझोले विक्रेता हैं। अप्रैल 2024 में ओएनडीसी ने लगभग 7.22 मिलियन लेनदेन की सुविधा प्रदान की। इसे साकार करने के लिए ‘ओएनडीसी स्टार्टअप महोत्सव’ का आयोजन किया गया। स्टार्टअप्स और ओएनडीसी के बीच प्रभावी सहयोग के साथ दोनों पहलों का समग्र विकास, बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्था और आगे बढ़ने के विस्तृत अवसर खोल रहे हैं।
‘भारतीय ई-कॉमर्स के सहयोगात्मक भविष्य का निर्माण’, ‘ओएनडीसी- स्टार्टअप सफलता की कहानी’ और ‘ओएनडीसी के माध्यम से स्टार्टअप ग्रोथ को आगे बढ़ाना’ जैसे विषयों पर पैनल चर्चाएं आपसी सहयोग के क्षेत्रों और स्टार्टअप तथा उभरते व्यवसायों के लिए अपार संभावनाओं पर केंद्रित थीं ताकि ओएनडीसी के नेटवर्क का विस्तार किया जा सके। पैनल चर्चा के विशेष वक्ताओं में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के सदस्य अनिल अग्रवाल, डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव ई. श्रीनिवास, भारतीय गुणवत्ता परिषद के महासचिव चक्रवर्ती टी कन्नन; ओएनडीसी की सलाहकार परिषद सदस्य अंजलि बंसल; डीएमडी, सिडबी के डीएमडी सुदत्त मंडल; ईजमाईट्रिप के को-फाउंडर रिकान्त पिट्टी तथा विंज़ो के सह-संस्थापक पवन नंदा शामिल थे। ओएनडीसी के ऑन-बोर्डिंग और प्रभावी उपयोग के लिए स्टार्टअप्स को सहयोग व परामर्श देने के लिए ‘ओएनडीसी पर स्टार्टअप्स को सक्षम करने पर एक मास्टरक्लास’ भी आयोजित की गई थी।
सरकार ने उद्यमियों को समर्थन देने तथा देश में एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए 16 जनवरी 2016 को स्टार्टअप इंडिया पहल लॉन्च की। वर्ष 2016 के लगभग 300 स्टार्टअप से आज भारत 1.3 लाख से अधिक डीपीआईआईटी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप के साथ अग्रणी स्टार्टअप केंद्रों में से एक है। ये 55 से अधिक क्षेत्रों में काम कर रहे हैं और विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार ला रहे हैं। स्टार्टअप्स ने देश में 13 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन किया है।
सरकार की एक और विशिष्ट पहल में ओएनडीसी को डिजिटल वाणिज्य को लोकतांत्रिक बनाने के मिशन के साथ अपनी तरह के पहले प्रोटोकॉल के रूप में 2021 में लॉन्च किया गया था। आज, ओएनडीसी पूरे भारत में पूरी तरह से चालू है, डिजिटल अवसंरचना को पूरा कर लिया गया है और बड़े पैमाने पर व्यवसायों और जनता के लिए प्रस्तुत किया गया है। ओएनडीसी डिजिटल कॉमर्स में प्रवेश-बाधाओं को कम करता है और सभी ई-कॉमर्स प्रतिष्ठानों, विशेष रूप से छोटे पैमाने के व्यवसायों तथा डिजिटल रूप से बाहर किए गए लोगों के लिए समान अवसर प्रदान करता है। स्टार्टअप प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने वाली चुस्त कार्य संस्कृति वाले नवप्रवर्तक हैं। देश में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को पाने के लिए स्टार्टअप एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। बाज़ार बनाना और खोजना स्टार्टअप्स के लिए एक चुनौती है जिसे ओएनडीसी प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से हल किया जा सकता है। यह सहयोग के महत्व पर बल देता है।
देश में पिछले कुछ वर्षों में उद्यमियों के लिए अनुकूल वातावरण बना है। सरकार ने स्वयं कई नवीन सुधार और पहल शुरू की हैं। ओएनडीसी ई-कॉमर्स को लोकतांत्रिक बनाने के लिए सरकार की एक ऐसी अभिनव पहल है, जो अब देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह भव्य महोत्सव इस उपयोगी सहयोग को साकार करने की दिशा में प्रारंभ और पहला कदम है।
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