असम सरकार ने दिमा हसाओ जिले के उमरांगसो की एक खदान में फंसे खनिकों के बचाव में सहायता के लिए नौसेना के गोताखारों को तैनात करने का अनुरोध किया है। 300 फुट गहरी खदान में पानी भर जाने के बाद खनिक ‘रैट-होल’ कोयला खदान के अंदर फंस गए हैं। सेना ने राज्य आपदा मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के साथ संयुक्त रूप से बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
सेना ने खनिकों को बचाने के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस गोताखोरों, इंजीनियरों और अन्य प्रशिक्षित कर्मियों से युक्त एक विशेष राहत कार्य बल जुटाया और सुबह लगभग साढे़ छह बजे साइट पर पहुंचे। चल रहे बचाव कार्य को मदद करने के लिए असम राइफल्स और इंजीनियर्स तट फोर्स की अतिरिक्त टीम रस्ते में है। असम सरकार के सूत्रों के मुताबिक जमीन से तीन शव देखे गए हैं, लेकिन खबर लिखे जाने तक उन्हें निकाला नहीं जा सका है। 2014 में नेशनल ग्रीन ट्राब्यूनल द्वारा प्रतिबंध के बावजूद, असम में अवैध रूप से रैट होल खनन जारी हैं।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया भारत सरकार और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के…
स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धपोत, भारतीय नौसेना जहाज कदमत्त, अपनी तीन…
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पीड स्केटिंग विश्व चैंपियनशिप 2025 में सीनियर पुरुष 1000 मीटर स्प्रिंट…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। वे दोपहर लगभग 12…
केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने आज नई दिल्ली में एक…