रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 01 अक्टूबर, 2024 को नई दिल्ली में भारत मंडपम में रक्षा लेखा विभाग (डीएडी) के 277वें वार्षिक दिवस समारोह में कहा, “कुल 32 लाख रक्षा पेंशनभोगियों में से 30 लाख को स्पर्श {पेंशन प्रशासन प्रणाली (रक्षा)} पोर्टल से सफलतापूर्वक जोड़ा जा चुका है।” राजनाथ सिंह ने प्रौद्योगिकी अपनाने पर डीएडी की सराहना करते हुए कहा कि कई चुनौतियों के बावजूद, विभाग इस वेब-आधारित प्रणाली के कार्यान्वयन में सफल रहा है, जो पेंशन दावों का समाधान कर बिना किसी बाहरी मध्यस्थ के रक्षा पेंशनभोगियों के बैंक खातों में सीधे पेंशन जमा करता है।
राजनाथ सिंह ने इस मौके पर डीएडी के प्रकाशनों में स्पर्श ऑडिट मैनुअल को भी लॉन्च किया। इसमें अन्य प्रकाशनों और पहलों में रक्षा व्यय पर व्यापक सांख्यिकीय पुस्तिका (सीओएसएचई) 2024, मार्केट इंटेलिजेंस रिपोर्ट 2023-24 और रक्षा यात्रा प्रणाली 2.0 शामिल हैं।
रक्षा मंत्री ने संसाधनों के बेहतर उपयोग, लेखांकन में दक्षता और पारदर्शिता तथा नवीनतम तकनीकों को अपनाने से देश के रक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण की दिशा में रक्षा विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने रक्षा से संबंधित नीतियों और प्रस्तावों में आवश्यक सुधार लाने के लिए प्रत्येक पहलू पर ध्यान देने के लिए विभाग की सराहना की।
राजनाथ सिंह ने पिछले कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में हासिल की गई प्रगति का जिक्र करते हुए, कहा कि एक समय था जब रक्षा सामग्री का अधिकतर आयात करना पड़ता था और अर्थव्यवस्था पर उसका असर पड़ता था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के आत्मनिर्भरता प्रयासों के कारण, भारत आज रक्षा क्षेत्र में एक निर्यातक के रूप में देखा जाता है।
रक्षा मंत्री ने रक्षा वित्त और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विभाग को ‘उत्कृष्टता का केंद्र’ बनाने के लिए डीएडी से एक रोडमैप तैयार करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने एक मजबूत और व्यापक डेटा प्रबंधन प्रणाली स्थापित करने पर जोर दिया, जो देश की अर्थव्यवस्था पर रक्षा व्यय के प्रभाव, जैसे रक्षा क्षेत्र में प्रमुख हितधारकों का राजस्व और रोजगार सृजन के योगदान पर सरकार को विश्लेषणात्मक रिपोर्ट देती है। उन्होंने कहा कि यह एक समग्र नीति व्यवस्था स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगी, जिससे ‘सरकार के समग्र दृष्टिकोण’ की भावना विकसित होगी।
राजनाथ सिंह ने रक्षा लेखा विभाग को अपनी सोच में नवीनता बनाए रखने तथा रक्षा लेखांकन एवं वित्तीय प्रबंधन में नए पहलुओं को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री के ‘2047 तक विकसित भारत’ के सपने को साकार करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को योगदान देना होगा।
रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों, भारतीय तटरक्षक बल और सीमा सड़क संगठन सहित रक्षा मंत्रालय के संगठनों के विशाल नेटवर्क के साथ सहयोग करने में रक्षा लेखा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “रक्षा मंत्रालय से 50 लाख से अधिक कर्मचारी जुड़े हुए हैं और इसका बजट कई छोटे देशों के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) से भी अधिक है। रक्षा लेखा विभाग एक ऐसी कड़ी है जो सशस्त्र बलों और नागरिक संगठनों की सभी इकाइयों को जोड़ती है। चाहे वह आत्मनिर्भरता का हमारा संकल्प हो, एमएसएमई और स्टार्ट-अप की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के प्रयास हों या फिर तीनों सेवाओं से जुड़े मुद्दे हों, ये सभी अलग-अलग आयाम आखिर में रक्षा लेखा विभाग के पास ही आते हैं।”
स्पर्श ऑडिट मैनुअल
‘पेंशन प्रशासन प्रणाली {रक्षा} (स्पर्श) रक्षा मंत्रालय की एक पहल है, जो रक्षा पेंशन प्रणाली को स्वचालित बनाने करने के लिए है। इस प्रणाली में कई स्वचालित जाँच और नियंत्रण शामिल हैं, जिसमें परिचालन निर्णय प्रबंधक-आधारित नियम इंजन है, जिसमें 500 से अधिक नियम और 1,000 ऑन-स्क्रीन सत्यापन शामिल हैं। प्रणाली की सुरक्षा, दक्षता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए, आंतरिक ऑडिट आवश्यक है और यह स्पर्श की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है। स्पर्श यह भी सुनिश्चित करता है कि पेंशन प्रबंधन प्रक्रियाओं की सुरक्षा और सटीकता के लिए आवश्यक नियंत्रण मौजूद हैं।
स्पर्श ऑडिट मैनुअल रक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को रक्षा पेंशनभोगियों के लिए नियमों और विनियमों को समान रूप से लागू करने, विभिन्न प्रक्रियाओं और एप्लिकेशन पर निरंतर निगरानी पर मार्गदर्शन करने के लिए एक विभागीय प्रकाशन है।
सीओएसएचई – 2024
रक्षा लेखा महानियंत्रक कार्यालय (सीजीडीए) सीओएसएचई-2024 पुस्तिका प्रकाशित कर रहा है, पिछले कई वर्षों में रक्षा सेवाओं द्वारा किए गए व्यय पर एक व्यापक परिप्रेक्ष्य प्रदान करती है। पुस्तिका में रक्षा बजट, वित्तीय वर्ष 2010-11 से व्यय के रुझान और 1992-93 से अब तक के विभिन्न रक्षा संबंधी आंकडे है।
विभिन्न रूपों में प्रस्तुत आंकडे धनराशि के बेहतर उपयोग की सुविधा प्रदान करेंगे। इसके अलावा यह नीति तथा निर्णय-निर्माताओं को व्यापक परिप्रेक्ष्य में बेहतर विश्लेषण करने और आत्मनिर्भर भारत के मिशन पर काम करने में मदद करेगा।
बाजार संबंधी स्थिति पर नजर रखने के लिए इंटेलिजेंस रिपोर्ट 2023-24
बदलते समय के साथ, सुसंगत वित्तीय आंकड़ों संबंधी सूचना के जरिए सटीक निर्णय लेने की आवश्यकता बढ़ रही है। रक्षा मंत्री ने डीएडी स्थापना दिवस 2023 के दौरान मांग और आपूर्ति पक्ष के आंकड़ों का विश्लेषण करने और बाजार संबंधी स्थिति पर नजर रखने में विशेषज्ञता विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया था। विभाग ने उसके बाद सरकारी खरीद पर उपलब्ध जानकारी को एकत्रित करने, संकलित करने और उसका विश्लेषण करने में एक महत्वाकांक्षी कार्य शुरू किया है।
मार्केट इंटेलिजेंस की यह रिपोर्ट जीईएम प्लेटफॉर्म पर की गई खरीद से जुड़े विक्रेता और उत्पाद संबंधी सार्थक जानकारी प्रस्तुत करने का एक प्रयास है, इसके साथ ही भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और डीआरडीओ द्वारा जीईएम खरीद के कोड-हेड स्तर का विश्लेषण भी किया गया है, ताकि खरीद प्रक्रिया में सुधार लाकर उसे बढ़ाने में मदद मिल सके।
रक्षा यात्रा प्रणाली 2.0
रक्षा यात्रा प्रणाली (डीटीएस) रक्षा कर्मियों के लिए एक वेब-आधारित यात्रा बुकिंग पोर्टल है, जिसे 2009 में शुरू किया गया था। यह रेल टिकट उपलब्ध कराने से लेकर हवाई टिकट, अग्रिम भुगतान और अंतिम दावों को ऑनलाइन जमा करने तक का लंबा सफ़र तय कर चुका है। इस समय लगभग 7,325 इकाइयाँ/कार्यालय सक्रिय रूप से डीटीएस पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं, जिसमें 18 लाख से ज़्यादा सक्रिय उपयोगकर्ताओं की प्रोफ़ाइल है।
डीटीएस 2.0 प्लेटफ़ॉर्म का एक व्यापक तकनीकी संस्करण है और यह रक्षा कर्मियों को ज़्यादा सहज और एकीकृत अनुभव प्रदान करेगा। यह न केवल एक अद्यतन उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस प्रदान करेगा, बल्कि इसके भविष्य में भुगतान और लेखा कार्यालयों (पीएओ) की कार्यालय स्वचलित प्रणाली के साथ एकीकृत होने की भी परिकल्पना की गई है। यह सुनिश्चित करेगा कि एक बार बुकिंग हो जाने के बाद, दावों को बिना किसी देरी के विश्लेषण कर भुगतान प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जाए।
रक्षा मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार 2024
रक्षा मंत्री ने प्रमुख विभागीय परियोजनाओं के क्रियान्वयन में अनुकरणीय पहल के लिए दो टीमों को लिए रक्षा मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार 2024 भी प्रदान किए, जिनमें ‘शिकायतों के निवारण में विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने’ के लिए पीसीडीए (पेंशन) प्रयागराज की टीम और ‘स्वचालित पुनःपूर्ति प्रणाली (एआरएस) स्केल विश्लेषण’ के लिए पीआईएफए (वायु सेना) नई दिल्ली की टीम शामिल हैं।
इस अवसर पर नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत, सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) डॉ. नितेन चंद्रा, सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार, वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) सुगाता घोष दस्तीदार, रक्षा लेखा महानियंत्रक देविका रघुवंशी और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सैन्य वेतन मास्टर की 1747 में नियुक्ति से अपना संबंध जोड़ते हुए, डीएडी ने आंतरिक लेखा परीक्षा, लेखांकन, वित्तीय सलाह और रक्षा पेंशन प्रबंधन के क्षेत्रों में सशस्त्र बलों और राष्ट्र को अनुकरणीय सेवाएं प्रदान करने की दिशा में बेहतर कार्य किया है और बदलती परिस्थितियों के अनुरूप अपने आपको अद्यतन किया है।
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