उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र को 4 फरवरी तक वाहन मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया है। यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुरक्षा तथा यातायात प्रबंध और भीड को नियंत्रित करने के लिए लिया गया है। यातायात को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक अंशुमन मिश्रा ने बताया कि मेला क्षेत्र में केवल आवश्यक सेवाओं वाले वाहन को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
इस स्थिति में सीमित परमिसिबल वाहन जिनको परमिट दिया जा रहा है, जो हमारी विशेष सेवाओं में लगे हैं, इसके अतिरिक्त वाहनों के बाहर जाने को तो अनुमन्य किया जा रहा है, लेकिन हम मेले में एंट्री लेने के लिए अनुमन्य इनको नहीं किया जा रहा है। कोई दुर्घटना न हो इसके दृष्टिगत ये अभी तत्कालिक निर्णय लिया गया है और जैसे-जैसे हम जल्दी ही इसको क्लीयर करा लेंगे और हम सभी के लिए फ्री मूवमेंट अलाउ करा देंगे।
कल संगमघाट की भगदड में 30 लोगों की मृत्यु हो जाने के कारण राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किये हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार घटना की जांच करने के लिए प्रयागराज पहुंच चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर होने वाले अगले अमृत स्नान के लिए महाकुंभ की व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करेंगे। मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए राज्य सरकार ने 2019 कुंभ के दौरान प्रयागराज के मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भानु गोस्वामी को नियुक्त किया है। इसके अलावा, मेले की व्यवस्थाओं में सहायता के लिए विशेष सचिव स्तर के पांच अधिकारियों को 12 फरवरी तक प्रयागराज भेजा गया है। महाकुंभ में बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों की भी तैनाती की जाएगी।