राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित एक पुरस्कार समारोह में राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार-2024 प्रदान किए। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार के पहले संस्करण में चार श्रेणियों – विज्ञान रत्न, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा और विज्ञान टीम श्रेणी में प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों को 33 पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
विज्ञान रत्न पुरस्कार – विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में आजीवन योगदान देने वाले वैज्ञानिकों को प्रदान किया जाता है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार देश में आणविक जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान के अग्रदूत प्रोफेसर गोविंदराजन पद्मनाभन को प्रदान किया गया। विज्ञान श्री पुरस्कार -विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले 13 वैज्ञानिकों को उनके संबंधित क्षेत्रों में पथ-प्रदर्शक अनुसंधान के लिए प्रदान किए गए।
विज्ञान युवा शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार- विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाले वैज्ञानिकों को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार 18 वैज्ञानिकों को हिंद महासागर में बढ रहे तापमान और इसके परिणामों पर अध्ययन से लेकर स्वदेशी 5जी बेस स्टेशन और संचार तथा क्वांटम यांत्रिकी के सटीक परीक्षणों तक के क्षेत्रों में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया। विज्ञान टीम पुरस्कार – विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में अभूतपूर्व शोध के लिए 3 या अधिक वैज्ञानिकों की टीम को दिया जाता है। यह पुरस्कार चंद्रयान-3 की टीम को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्रयान-3 लैंडर की सफल लैंडिंग के लिए प्रदान किया गया।
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