जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने और भूस्खलन की घटना के बाद राहत और बचाव अभियान आज फिर से शुरू गया है। कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह से खोलने के प्रयास जारी हैं।
रामबन जिले में कल बादल फटने से हुए भूस्खलन में तीन लोगों की मृत्यु हो गई। भूस्खलनों के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया था।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की टीम राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं, लेकिन खराब मौसम की कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है।
रामबन के पुलिस उपायुक्त ने लोगों से अपील की है कि वो घरों से बाहर न निकलें। मेरी पब्लिक से अपील है कि बिल्कुल भी ऐसे एरिया में वेंचर आउट मत करें अपने घरों में रहे, सैफ लोकेशन पर रहे और अलर्ट रहे और जो भी एडवाइजरी जिस एडमिनिस्ट्रेशन या कंट्रोल रूम से जारी की जाती है, वह हम डिफरेंट-डिफरेंट मीडियम से कर रहे हैं। जैसे मंदिरों से करवा रहे हैं वह अनाउंसमेंट मस्जिदों से करवा रहे हैं या बाकी जगहों से जो नंबरदार चौकीदार है। तो उसके ऊपर ध्यान दें। तेज बारिश के कारण आज रामबन जिले में स्कूल और सरकारी संस्थान बंद रहेंगे।
यातायात अधिकारियों ने कहा कि हल्के मोटर वाहनों को आज सुबह 10:00 बजे से जम्मू पहुंचने के लिए दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से मुगल रोड के रास्ते राजौरी और पूंछ की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सड़क और मौसम की स्थिति में सुधार होने तक राजमार्ग के दोनों ओर से किसी भी वाहन की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस बीच आज सुबह रामबाण इलाके में सड़क से मलवा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। खराब मौसम के कारण के ऐहतियात के तौर पर रामबन जिले और कश्मीर घाटी के सभी स्कूल आज बंद कर दिए गए हैं।