उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा गांव के पास भीषण हिमस्खलन की घटना के बाद बचाव अभियान तेज कर दिया गया है। कुल 55 श्रमिक बर्फ के नीचे फंस गए थे जिनमें से 33 को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि 22 की तलाश जारी है। चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों और बर्फबारी के बावजूद सुरक्षाबल बचावकार्य में जुटे हुए हैं। हमारी संवाददाता ने बताया है कि घायल श्रमिकों को सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हिमस्खलन में चार मजदूर घायल हुए हैं, जिन्हें आईटीबीपी सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव कार्यों के लिए बीआरओ की मशीनें बर्फ हटाने में लगी हुई हैं, और आज मौसम अनुकूल रहने पर एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को भी तैनात किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय से भी रेस्क्यू ऑपरेशन की लगातार निगरानी की जा रही है, और जिला प्रशासन को हर संभव मदद दी जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में आपदा कंट्रोल रूम स्थापित करने और रेस्क्यू ऑपरेशन को और प्रभावी बनाने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार राहत कार्यों में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
भारत ने वैश्विक कौशल मंच पर बड़ी उपलब्धि हासिल की जब देश ने विश्व कौशल…
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की समग्र वायु गुणवत्ता में सुधार का रुख जारी है और…
आज गीता जयंती मनाई जा रही है। यह दिन उस पल की याद दिलाता है…
श्रीलंका इस वर्ष की सबसे भयंकर प्राकृतिक आपदा चक्रवात दित्वा से जूझ रहा है। आपदा…
टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क ने एच-1बी वीज़ा का बचाव करते हुए कहा…
चक्रवात दित्वा के चलते श्रीलंका के कोलंबो में फंसे 335 भारतीयों को सुरक्षित तिरुवनंतपुरम ले…