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SAMEER exchanged MoU on technology transfer of MRI and Linear Accelerator with industry in the presence of Secretary of MeitY
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SAMEER ने MeitY के सचिव की उपस्थिति में उद्योग के साथ MRI और लीनियर एक्सेलेरेटर के प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने कार्यान्वयन संस्था के रूप में एप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और अनुसंधान समिति (SAMEER), मुंबई के माध्यम से दो महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकियों, अर्थात् 1.5 टेस्ला एमआरआई स्कैनर और 6 एमईवी लीनियर एक्सेलेरेटर के विकास का नेतृत्व किया है। उन्नत कंप्यूटिंग विकास केंद्र (सी-डीएसी), त्रिवेन्द्रम और कोलकाता, इंटर यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर (आईयूएसी) और दयानंद सागर इंस्टीट्यूट (डीएसआई) के सहयोग से (एमआरआई)। एमआरआई स्कैनर एक गैर-आक्रामक चिकित्सा इमेजिंग परीक्षण है जिसका उपयोग सॉफ्ट टिश्यू को देखने के लिए किया जाता है, जबकि लीनियर एक्सेलेरेटर (लिनैक) का उपयोग उच्च-ऊर्जा एक्स-रे या इलेक्ट्रॉन का उपयोग करके कैंसर के उपचार के लिए किया जाता है। भारत को आयात को कम करने की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए दोनों परियोजनाओं को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) से वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि ये प्रौद्योगिकियाँ जनता के लिए सुलभ और सस्ती हैं, अनुसंधान को व्यावहारिक अनुप्रयोगों में तेजी से बदलना, उनके विकास और उन्‍हें असरदार तरीके से काम में लाने में तेजी लाना और लोगों के लाभ के लिए स्वदेशी स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों के फायदों का पूरी तरह से लाभ उठाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, उद्योग की भागीदारी सर्वोपरि है। इसके अलावा, प्रारंभिक जुड़ाव सरकारी अनुसंधान प्राथमिकताओं और उद्योग क्षमताओं के बीच तालमेल की पहचान करने में भी मदद कर सकता है, जिससे अधिक कुशल और प्रभावशाली सहयोग कायम हो सकेगा। नतीजतन, समीर ने अपनी सहयोगी एजेंसियों के साथ, निम्नलिखित उद्योगों के साथ एलआईएनएसी के लिए एमआरआई और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (टीओटी) के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं:

लीनियर एक्सेलेरेटर सिस्टम के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौता

  • बी-एमईसी इमेजिंग प्राइवेट लिमिटेड

उद्योगों के साथ समझौता ज्ञापन और गैर-प्रकटीकरण समझौते (एनडीए)।

  1. मैडीरेज इमेजिंग प्राइवेट लिमिटेड
  2. एडोनीस मैडिकल सिस्‍टम्‍स प्राइवेट लिमिटेड
  3. आईएनओएक्‍ससीवीए इनोक्‍स इंडिया लिमिटेड
  4. पारस डिफेंस एंड टेक्‍नोलॉजीस लिमिटेड
  5. वेदांग रेडियो टेक प्राइवेट लिमिटेड
  6. एससीआई-कॉम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड
  7. एनवीजीईएन ऑटोमेशन प्राइवेट लिमिटेड

निदान एवं उपचार सुविधाओं पर केंद्रित इन स्वास्थ्य देखभाल संबंधी प्रौद्योगिकियों का उद्देश्य बड़े पैमाने पर आम जनता को लाभ पहुंचाना है। उपरोक्त सभी स्वदेशी चिकित्सा उपकरणों की पहुंच व्यक्तिगत उप-प्रणालियों के विकास से लेकर अंतिम लक्ष्य की प्राप्ति करने हेतु तेजी से आगे बढ़ने के लिए भारतीय उद्योग जगत को शामिल करने तक एक लंबा सफर तय कर चुकी है। इस दिशा में भारतीय उद्योगों के साथ जुड़ाव होना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर ही है, जो परियोजना के व्यावसायीकरण की तरफ बाढ़ने का संकेत देता है। यह पहल अपने अंतिम चरण में तब पहुंचेगी, जब प्रौद्योगिकी का व्यावसायीकरण हो जाएगा और इसे भारत की जनता द्वारा उपयोग के लिए अपनाया जाएगा। इससे स्वास्थ्य देखभाल को किफायती बनाने का लक्ष्य भी हासिल होगा।

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