उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी का एक और दौर शुरू हो गया है और अगले पांच दिन के दौरान तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ने का अनुमान है। मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
भारत में अप्रैल और मई महीने में कई दिन तक भीषण गर्मी पड़ी थी और लू चली थी। आईएमडी ने एक बयान में कहा, “अगले पांच दिन के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी पड़ने का अनुमान है।” बयान में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह अत्यधिक गर्मी प्राकृतिक रूप से घटित होने वाली अल नीनो घटना तथा वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की तेजी से बढ़ती सांद्रता का परिणाम है। अल नीनो के दौरान मध्य और पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में समुद्री सतह असामान्य रूप से गर्म हो जाती है। अध्ययनों से पता चलता है कि तीव्र शहरीकरण के कारण शहरी क्षेत्रों में तापमान में वृद्धि हुई है, तथा बाहर काम करने वाले तथा निम्न आय वाले परिवार इसका सबसे अधिक प्रभाव झेल रहे हैं।
मई में गर्मी की वजह से असम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों समेत देश भर में कई जगहों पर बहुत ज्यादा तापमान दर्ज किया गया। राजस्थान में पारा 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया और दिल्ली व हरियाणा में भी यह 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया।
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