स्पेस जोन इंडिया ने मार्टिन समूह के सहयोग से भारत के पहले रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट रूमी-1 का चेन्नई से प्रक्षेपण किया है। 50 पीको उपग्रह और तीन क्यूब उपग्रहों को लेकर गए इस रॉकेट को मोबाइल ट्रेजेक्ट्री का इस्तेमाल कर प्रक्षेपित किया गया। इस रॉकेट ने लगभग 35 किलोमीटर ऊंचाई तक उडान भरी और यह कई प्रयोग करने के बाद कुछ ही क्षणों के भीतर पृथ्वी पर वापस लौट आया।
इस अभियान का नेतृत्व करने वाले इसरो अंतरिक्ष केंद्र के पूर्व निदेशक डॉ.मायिलस्वामी अन्नादुरई ने कहा कि कार्यक्षमता बढाने और परिचालन लागत को कम से कम करने के लिए रॉकेट में तरल और ठोस ईंधन के मिश्रण का उपयोग किया गया।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त 2 अगस्त को जारी की जाएगी। इस संबंध…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट कहा है कि विश्व के किसी भी नेता ने उनसे…
मौसम विभाग ने आज बिहार, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ…
ऑपरेशन सिन्दूर पर लोकसभा में प्रधानमंत्री के वक्तव्य को सभी अखबारों ने प्रमुखता दी है।…
रूस के कामचात्का प्रायद्वीप में आज तड़के आठ दशमलव आठ तीव्रता का भूकम्प आया। इसका…
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भारत के आर्थिक वृद्धि दर अनुमानों में संशोधन किया है और वर्ष…