केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज राज्यसभा में एक अतारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, “केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली शुरू की है।”
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग और कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रकाश डाला कि ई-एचआरएमएस प्रशिक्षण और कार्मिक प्रबंधन के लिए डेटा-संचालित निर्णयों को सुविधाजनक बनाने की परिकल्पना करता है। इससे सरकार को अधिकारियों के सेवा मामलों को डिजिटल रूप से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी, जिससे लेनदेन के समय और लागत में कमी आएगी, डिजिटल रिकॉर्ड की उपलब्धता, प्रबंधन सूचना प्रणाली के लिए डैशबोर्ड, कर्मचारियों की तैनाती की रियल टाइम निगरानी के साथ-साथ उत्पादकता बढ़ाने के उपकरण के रूप में भी काम किया जा सकेगा। इस प्रकार, इसका उद्देश्य कम मैन्युअल इंटरफ़ेस के साथ कैडर प्रबंधन में मदद करना भी है।
संसद में दिए गए उत्तर के अनुसार ई-मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली के निम्नलिखित लाभ हैं-
भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी, 2025 में सकल घरेलू…
भारत ने सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों पर गंभीर दंड लगाने का…
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि भारत ने पेट्रोल…
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) द्वारा निर्मित दो स्वदेशी प्रदूषण नियंत्रण पोतों (पीसीवी) में से अंतिम…
नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की 97वीं बैठक आज आयोजित की गई, जिसमें सड़क परिवहन एवं…
भारतीय रक्षा संपदा सेवा, सैन्य अभियंता सेवा और केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों…