अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव आज से शुरू हुआ। इस अवसर पर श्रीराम मंदिर को 50 क्विंटल से ज्यादा फूलों से सजाया है। रामलला का पंचामृत और सरयू जल से अभिषेक किया गया और 56 पकवानों का प्रसाद चढ़ाया गया और महाआरती भी की गई।
रामनगरी में उत्साह है, उल्लास है, जय श्री राम की चारों तरफ गुंज है। रामलला के भविष्य राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान होने की यह पहली वर्षगांठ है। इसलिए देश दुनिया से भक्त रामलला के दरबार में पहुंचे हैं। इस खास मौके पर रामलला सोने और चांदी से कड़े पीतांबर को धारण कर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव का शुभारंभ किया। प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव के दौरान तीनों दिन 6 लाख श्री राम बीज मंत्र का जाप कर 21 वैदिक आचार्य माहौल को धार्मिकता से सराबोर करेंगे, साथ ही रोज शाम 6 बजे से 9 बजे तक भगवान रामलला का बधाई गान होगा। इसके अलावा अंगद टीले पर रोजाना राम कथा प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे जिनमें आम लोग शामिल हो सकेंगे। प्रथम वर्षगांठ के कार्यक्रम को देखते हुए तीनों दिन दर्शन के लिए किसी भी तरह के पास नहीं बनाए जाएंगे, साथ अधिक से अधिक लोग रामलला के दर्शन कर सकें इसके लिए दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है। भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह मंदिर सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष के बाद बना है। उन्होंने इसे हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान विरासत बताया।
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