बाघ संरक्षण के बारे में जागरूकता बढाने के लिए आज अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है
आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य बाघों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए एक वैश्विक प्रणाली को बढ़ावा देना और बाघ संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने आज पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के साथ नई दिल्ली में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की 25वीं बैठक की अध्यक्षता की। श्री यादव ने बाघ संरक्षण में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग की संभावना तलाशने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के भोपाल में कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान के लिए वनकर्मियों एवं अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश को देश में टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल है क्योंकि यहां देश में सबसे ज्यादा सात सौ 85 बाघ है।
विश्व बाघ दिवस पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश को एक बार फिर टाइगर स्टेट बनाने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि प्रदेश में सर्वाधिक बाघ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सात टाइगर रिजर्व हैं और करीब 25 लाख पर्यटक प्रदेश में आ रहे हैं। इससे 55 से 60 करोड़ रुपए का राजस्व भी प्रदेश को मिल रहा है। डॉ. यादव ने किंग कोबरा सहित प्रदेश से विलुप्त हुई जीव जंतुओं की अन्य प्रजातियों के संरक्षण का भी आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बाघ पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया।