आज विश्व जल दिवस है। यह दिन मीठे पानी के महत्व और जल संसाधनों के उचित प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया भर में जल संकट से निपटने के लिए जागरूकता बढ़ाना और कार्रवाई को प्रेरित करना है। यह उत्सव सतत विकास लक्ष्य-6 से निकटता से जुड़ा हुआ है। इसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक सभी के लिए पानी और स्वच्छता सुनिश्चित करना है। इस वर्ष का विषय ‘ग्लेशियर संरक्षण’ है। यह वैश्विक मीठे पानी की आपूर्ति बनाए रखने में ग्लेशियर की महत्वपूर्ण भूमिका और जलवायु संरक्षण उपायों की तत्काल आवश्यकता पर बल देता है।
संयुक्त राष्ट्र ने विश्व जल दिवस की घोषणा वर्ष 1992 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में पर्यावरण और विकास पर सम्मेलन में की थी। वर्तमान में, लगभग दो अरब 20 करोड़ लोग स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल से वंचित हैं। जल संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में आज कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर, सरकार हरियाणा के पंचकूला में बहुप्रतीक्षित जल शक्ति अभियान: कैच द रेन – 2025 शुरु करेगी। यह अभियान जल शक्ति मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा हरियाणा सरकार के सहयोग से शुरू कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अगस्त से 1 सितंबर, 2025 तक जापान और चीन की यात्रा…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 5,200 करोड़ रुपये से अधिक…
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वाणिज्य विभाग के तहत बागान बोर्डों -…
नीति आयोग ने आज इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) के सहयोग से 'रीथिंकिंग…
एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए भारत को एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (एआईबीडी) के कार्यकारी…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के गया में 12,000 करोड़ रुपये की लागत वाली…