लोकसभा चुनाव में कल हुए पहले चरण के मतदान की खबर सभी अखबारों में सचित्र हैं। राजस्थान पत्रिका ने इसे लोकतंत्र का महापर्व शुरू होने का शीर्षक देते हुए लिखा है- विश्व के सबसे बडे आम चुनाव में सुबह से लगी कतारें, पत्र ने अरुणाचल प्रदेश में बारिश के दौरान मतदाताओं की लंबी लाइन को भरोसे की कतार बताते हुए सुर्खी बनाई है- बारिश आई पर जोश था हाई। अमर उजाला कहता है- लोकतंत्र के उत्सव में मतदाताओं ने दिखाया भारी उत्साह। हिन्दुस्तान ने अरुणाचल प्रदेश के सुदूर अंजो जिले में बनाए गए एक ऐसे अनोखे मतदान केन्द्र की खबर दी है- इकलौती मतदाता ने वोट डालकर वहां शत-प्रतिशत मतदान करवाया। हरिभूमि की पहली खबर है- 21 राज्यों की 102 सीटों पर जन-मन का फैसला लॉक, जनता के मन में कौन ई.वी.एम. को बता दिया। लोकसभा चुनाव के बाकी बचे मतदान के चरणों के लिए चुनाव प्रचार तेज होने की खबरों पर जनसत्ता की सुर्खी है- मतदाताओं के बीच जागरुकता बढाने में जुटा आयोग। पत्र कहता है- सोशल मीडिया पर चुनाव संबंधी मीम की बहार।
नवभारत टाइम्स की विशेष खबर है- आबोहवा पर चिंतित सर्वोच्च न्यायालय ने कहा लोग अपनी मुर्खता से जंगल बर्बाद कर रहे हैं। पत्र ने शीर्ष न्यायालय की इस टिप्पणी को दिया है कि वन हमें स्वार्थ विहिन सेवा देते हैं।
दैनिक भास्कर ने उत्तरी भारत मे बढ रही गर्मी को सूरज का रौद्र रूप बताते हुए लिखा है- देश बना रेड जोन 11 राज्यों मे हीट वेव। हिन्दुस्तान ने हिमाचल में तूफान और ओलावृष्टि से हुए भारी नुकसान को मौसम की मार बताया है।