बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ हाल ही में छात्रों के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के लिए अपने राजनीतिक विरोधियों को दोषी ठहराया है। राजधानी ढाका में उद्योग जगत के शीर्ष प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए शेख हसीना ने कहा कि स्थिति में सुधार होने पर कर्फ्यू हटा लिया जाएगा। शेख हसीना ने कहा कि नागरिकों के जानमाल की सुरक्षा के लिए कर्फ्यू लगाने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ा। उनकी यह टिप्पणी रविवार को देश की शीर्ष अदालत द्वारा अधिकांश आरक्षण खत्म करने के फैसले के एक दिन बाद आई है। अदालत का यह फैसला प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच कई दिनों की झड़प के बाद आया है। देश में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 147 लोगों की मौत हो गई।
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान और प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा…
केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज…
भारत ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को समन भेजा है और कहा…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मुंबई में इंडिया स्टील 2025 सम्मेलन को वीडियो माध्यम से…
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) ने गुरुग्राम स्थित मेसर्स…
छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के सीमा क्षेत्र में भी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन…