केन्द्र सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा- आई ए एस के 2023 बैच की परिवीक्षाधीन अधिकारी पूजा खेडकर को भारतीय प्रशासनिक सेवा से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने कल आईएएस परिवीक्षा नियम 1954 के अंतर्गत इस संबंध में आदेश जारी किया। इस नियम के अनुसार किसी अधिकारी के पुनर्परीक्षा में असफल होने या परिवीक्षाधीन अधिकारी के सेवा में भर्ती के लिए अपात्र होने या सेवा का सदस्य बनने के अयोग्य होने से सरकार यदि संतुष्ट हो तो उसे सेवा से मुक्त किया जा सकता है।
संघीय लोकसेवा आयोग ने पूजा खेडकर को धोखाधडी करने और गलत तरीके से अन्य पिछडा वर्ग और दिव्यांग आरक्षण का लाभ लेने तथा लोकसेवा आयोग की परीक्षा गलत तरीके से उतीर्ण करने का दोषी पाया है। पूजा खेडकर के चयन को रद्द करने के बाद आयोग ने उन्हें किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी है। आयोग ने पूजा खेडकर को नकली पहचान के आधार पर कई बार परीक्षा देने का दोषी पाया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राजस्थान में सुरक्षाबल कर्मियों के लिए ‘Self-Empowerment through…
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल)…
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने यह घोषणा करते हुए खुशी जताई कि 18 अप्रैल को…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली में यमुना नदी की वर्तमान स्थिति का आकलन…
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने आज भुवनेश्वर में…
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास संगठन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2025 में साढ़े…