रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल रात वाशिंगटन डी.सी. में पेंटागन में अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग, औद्योगिक सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा और अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा की। बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने पिछले वर्ष अपनाए गए भारत, अमेरिका रक्षा औद्योगिक सहयोग रोड मैप में चिन्हित क्षेत्रों में भारत में दोनों देशों द्वारा मिलकर तैयार किया जाने वाले रक्षा उत्पादों को रेखांकित किया। दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा आपूर्ति व्यवस्था समझौते पर प्रसन्नता व्यक्त की। वाशिंगटन डी.सी. में 22 अगस्त को हुए इस समझौते के अंतर्गत दोनों देशों के रक्षा औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को एक साथ काम करने को प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही आपूर्ति श्रृंखला में लचीलापन बढ़ेगा।
एक वक्तव्य में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत और अमेरिका ने दोनों देशों में संपर्क अधिकारियों की तैनाती से जुड़े समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का भी स्वागत किया है। इस समझौते के तहत भारत, अमेरिका के फ्लोरिडा में विशेष संचालन कमान मुख्यालय में अपना पहला संपर्क अधिकारी तैनात करेगा। दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने क्वाड की पहल हिंद-प्रशांत क्षेत्र जागरूकता कार्यक्रम में हुई प्रगति और हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की। दोनों देशों ने संयुक्त समुद्री बलों में जारी भारत की भागीदारी का भी स्वागत किया और कहा कि भारत वर्ष 2025 में संयुक्त समुद्री बल के मुख्यालय में अपने नौसैनिकों की तैनाती करेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने दोनों देशों के बीच रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के पारिस्थितिकी तंत्र की स्थापना के प्रयासों की भी सराहना की।
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