वित्त मंत्रालय ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बढ़ती वित्तीय धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के ‘म्यूलहंटर डॉट एआई’ सहित कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का इस्तेमाल करने को कहा। वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू की अध्यक्षता में हुई बैठक में बैंकों से सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने, अत्याधुनिक उपकरणों का लाभ उठाने और म्यूल (फर्जी) खातों से निपटने के लिए बैंकों के बीच सहयोग बढ़ाने को कहा।
वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) ने एक्स पर पोस्ट किया, ”नागरिकों की मेहनत की कमाई की सुरक्षा के लिए सक्रिय उपाय किए जाने चाहिए।” उन्होंने कहा कि यह हमारी साझा जिम्मेदारी है। इससे पहले दिन में आरबीआई ने बैंकों से कहा कि वे उसकी पहल ‘म्यूलहंटर डॉट एआई’ के साथ सहयोग करें, ताकि वित्तीय धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले म्यूल खातों (फर्जी खातों) को हटाया जा सके। म्यूल खाता एक बैंक खाता है, जिसका इस्तेमाल अपराधी अवैध तरीके से पैसा लूटने के लिए करते हैं। गुमनाम व्यक्ति इन खातों को खोलकर इसमें लोगों से ठगी के पैसे जमा करवाते हैं। इन खातों से धन हस्तांतरण का पता लगाना और उसे वापस पाना मुश्किल होता है।
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