भारत

ICMR ने कोवैक्‍सीन के प्रभावों पर BHU के अध्ययन से संबंधित लेख को गुमराह करने वाला करार दिया

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा है कि कोवैक्‍सीन के प्रभावों पर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के अध्ययन से संबंधित लेख गुमराह करने वाला है और इसमें परिषद का भी गलत तरीके से हवाला दिया गया है। आईसीएमआर ने कहा है कि वह किसी भी तरह से इस अध्ययन से जुड़ा नहीं है और उसने शोध के लिए कोई वित्तीय या तकनीकी सहायता प्रदान नहीं की है।

आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने पत्र के लेखकों और पत्रिका के संपादक को पत्र लिखकर कहा है कि आईसीएमआर के उल्लेख को तुरंत हटाया जाए। डॉ. बहल ने इस अध्ययन की प्रक्रिया और संरचना पर भी आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस शोध में जो भी घटनाएं बताई गई हैं उनको कोविड-19 टीकाकरण से नहीं जोड़ा जा सकता है।

Editor

Recent Posts

सी-डॉट ने “मिशन क्रिटिकल कम्युनिकेशन सिस्टम (MCX) समाधान के विकास” के लिए एनएएम इन्फोकॉम के साथ साझेदारी की

टेलीमेटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) ने मिशन क्रिटिकल कम्युनिकेशन सिस्टम (एमसीएक्स) सॉल्यूशन के संयुक्त विकास के…

6 घंटे ago

विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम के उन्नत संस्करण को जारी किया

विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम के उन्नत संस्करण को जारी किया है। मंत्रालय ने…

6 घंटे ago

भारत सरकार ने दो पारंपरिक लेप्चा वाद्ययंत्रों – तुंगबुक और पुमटोंग पुलित – को जी आई टैग प्रदान किया

भारत सरकार ने दो पारंपरिक लेप्चा वाद्ययंत्रों - तुंगबुक और पुमटोंग पुलित - को जी…

7 घंटे ago

बोत्सवाना ने प्रोजेक्ट चीता के अंतर्गत भारत को आज प्रतीकात्‍मक रूप से चीते सौंपे

बोत्सवाना ने प्रोजेक्ट चीता के अंतर्गत भारत को आज प्रतीकात्‍मक रूप से चीते सौंपे। इस…

7 घंटे ago

बांग्‍लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के मामले में फैसले की तारीख की घोषणा के बाद राजनीतिक तनाव बढ़ने से वहां हाई अलर्ट

बांग्लादेश में, अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके दो पूर्व शीर्ष…

7 घंटे ago