भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने 30 जुलाई, 2025 को नई दिल्ली में भारत-यूएई संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (जेडीसीसी) की 13वीं बैठक के दौरान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को विस्तार देने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस संवाद कार्यक्रम को पहली बार सचिव स्तर पर आयोजित किया गया है। भारतीय रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और संयुक्त अरब अमीरात के रक्षा अवर सचिव लेफ्टिनेंट जनरल इब्राहिम नासिर एम अल अलावी ने बैठक की सह-अध्यक्षता की। वे भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आए हुए हैं और एक उच्च स्तरीय रक्षा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। दोनों अधिकारियों ने व्यापार, निवेश और सामाजिक संबंधों जैसे क्षेत्रों में बढ़ती सहभागिता के अनुरूप रक्षा संबंधों को भी और आगे ले जाने पर सहमति जताई।
दोनों पक्षों ने सैन्य प्रशिक्षण सहयोग बढ़ाने पर हामी भरी और अपनी-अपनी प्रशिक्षण आवश्यकताओं के अनुसार चर्चा की। भारत ने संयुक्त अरब अमीरात की जरूरतों के अनुरूप अनुकूलित प्रशिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने की पेशकश की है। दोनों अधिकारियों ने वास्तविक समय पर सूचना साझा करने के माध्यम से समुद्री सुरक्षा हेतु सहयोग करने पर भी इच्छा व्यक्त की।
दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में साझेदारी के नए मार्ग तलाशने के लिए प्रशिक्षण सहयोग, रक्षा औद्योगिक सहभागिता और सेवा-से-सेवा संबंधों पर विचार-विमर्श किया। वे संयुक्त विनिर्माण पहल को आगे बढ़ाने पर भी सहमत हुए, जिसमें छोटे हथियारों के उत्पादन के लिए आईसीओएमएम (भारत) और कैरकल (संयुक्त अरब अमीरात) के बीच सहयोग के एक समान मॉडल शामिल हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे उभरते क्षेत्रों में अगली पीढ़ी की रक्षा प्रौद्योगिकियों के सह-विकास की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा जहाज निर्माण, मरम्मत, उन्नयन एवं साझा प्लेटफार्मों के रखरखाव के अवसरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
खोज एवं बचाव कार्यों, प्रदूषण के विरुद्ध कार्रवाई, समुद्री डकैती रोधी अभियानों और संबंधित समुद्री सुरक्षा क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने के उद्देश्य से एक रूपरेखा स्थापित करने हेतु भारतीय तटरक्षक बल और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय गार्ड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने दोनों देशों के बीच संयुक्त रक्षा सहयोग समिति बैठक के आयोजन से पहले 28-29 जुलाई, 2025 को चौथी थल सेना-से-थल सेना, 9वीं नौसेना-से-नौसेना और पहली वायु-से-वायु सेना स्तर की वार्ता भी आयोजित की।
संयुक्त अरब अमीरात का प्रतिनिधिमंडल 31 जुलाई, 2025 को रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ से भेंट करेगा और दूसरे भारत-यूएई रक्षा उद्योग साझेदारी फोरम में शामिल होगा। इसका सह-उद्घाटन संयुक्त अरब अमीरात के अवर सचिव और भारत के सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार करेंगे।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सशक्त व विस्तारित होते हुए रक्षा संबंध हैं, जो साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संयुक्त अरब अमीरात की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान उभर कर सामने आई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाते हैं। नवंबर 2025 में दुबई एयर शो में भारत की आगामी भागीदारी इस साझेदारी को और ऊंचाई पर ले जाएगी।
राष्ट्र, आज महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह को उनके 86वें बलिदान दिवस पर श्रद्धाजंलि अर्पित…
मुंबई की एक विशेष एनआईए अदालत ने आज वर्ष 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज 15वें वित्त आयोग चक्र (एफसीसी)…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम को 2025-26…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने आज रेल मंत्रालय…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद…