जापान में हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बम विस्फोट के दौरान जीवित बचे लोगों के जापानी समूह निहोन हिदानक्यो को वर्ष 2024 के लिए नोबल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया है। इस समूह को हिबाकुशा के नाम से भी जाना जाता है और यह परमाणु हथियार मुक्त विश्व का लक्ष्य हासिल करने के लिए अथक प्रयास करता है तथा परमाणु हथियारों का प्रयोग फिर कभी नहीं होने देने के संबंध में प्रदर्शन करता है। इस नोबल शांति पुरस्कार की घोषणा ओस्लो में नोबल संस्थान ने की।
पिछले वर्ष नोबल शांति पुरस्कार ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नर्गेस मोहम्मदी को मिला था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गरिमेला बालकृष्ण प्रसाद गारू के निधन पर शोक व्यक्त किया।…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने हिसार में ब्रह्माकुमारी की स्वर्ण जयंती पर आज राज्य स्तरीय अभियान…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के स्थापना दिवस पर इसके…
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव ने माधव नेशनल पार्क में 'माधव टाइगर रिजर्व' का लोकार्पण…
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज रेलवे संशोधन विधेयक 2024 राज्यसभा में चर्चा और पारित…
वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने देश के नागरिकता आयोग को आदेश दिया है कि…