केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) के एक घटक बोर्ड, राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनबीएल) ने 25 नवंबर, 2024 को नई दिल्ली में क्रेडाई के रजत जयंती समारोह के दौरान कनफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशंस ऑफ इंडिया(क्रेडाई) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस सहयोग का उद्देश्य सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं के लिए अस्थायी साइट परीक्षण प्रयोगशालाओं को मान्यता देना है।
इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं में अस्थायी साइट परीक्षण प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बढ़ाना है। यह सहयोग एनएबीएल की मान्यता योजना को लागू करके, यह सुनिश्चित करना चाहता है कि निर्माण में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों का कार्यस्थल पर एकदम सटीक परीक्षण किया जाए, जिससे उनकी गुणवत्ता में विश्वास बढ़े। यह पहल निर्माण मानकों के समग्र सुधार में योगदान देगी, जिससे पूरे भारत में सुरक्षित और अधिक टिकाऊ संरचनाएं सुनिश्चित होंगी।
सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं, विशेष रूप से 50,000 वर्ग फुट से अधिक की परियोजनाओं में, अस्थायी साइट परीक्षण प्रयोगशालाएँ निर्माण स्थल पर सीधे एग्रीगेट्स और कंक्रीट क्यूब्स जैसी सामग्रियों की जाँच करने में अहम भूमिका निभाती हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि ये प्रयोगशालाएँ उच्चतम मानकों को बनाए रखें, एनएबीएल ने एक मान्यता योजना शुरू की है। यह परीक्षण परिणामों की सटीकता और विश्वसनीयता में विश्वास बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा यह, यह सुनिश्चित करता है कि उपयोग की जाने वाली सामग्री उच्च गुणवत्ता वाली है और मजबूत, टिकाऊ संरचनाओं के निर्माण में योगदान दे रही है।
समझौता ज्ञापन पर एनएबीएल के सीईओ एन. वेंकटेश्वरन और क्रेडाई के निर्वाचित अध्यक्ष शेखर जी. पटेल के साथ-साथ क्यूसीआई के अध्यक्ष जैक्सय शाह, क्रेडाई के चेयरमैन मनोज गौड़ और क्रेडाई के प्रेसीडेंट बोमन ईरानी ने हस्ताक्षर किए।
क्यूसीआई के चेयरमैन जैक्सय शाह ने सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं में गुणवत्ता आश्वासन की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, “एनएबीएल-क्यूसीआई और क्रेडाई के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर अस्थायी साइट परीक्षण प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और योग्यता सुनिश्चित करने में एक अहम मील का पत्थर है। इस साझेदारी के माध्यम से एनएबीएल की मान्यता योजना से पूरे भारत में निर्माण सामग्री की विश्वसनीयता बढ़ेगी। मैं इस परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा बनकर रोमांचित महसूस कर रहा हूं, जो देश भर में निर्माण परियोजनाओं के मानक को बढ़ाने का वादा करती है।”
अस्थायी साइट परीक्षण प्रयोगशालाओं में गुणवत्ता आश्वासन बढ़ाने के महत्व पर जोर देते हुए, एनएबीएल के सीईओ एन. वेंकटेश्वरन ने कहा , “क्रेडाई के साथ समझौता ज्ञापन निर्माण उद्योग में विश्वसनीयता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा उद्देश्य अस्थायी साइट परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए एनएबीएल की मान्यता योजना के माध्यम से परीक्षण परिणामों की सटीकता में विश्वास पैदा करना है, जिससे निर्माण परियोजनाओं में उपयोग की जाने वाली निर्माण सामग्री की विश्वसनीयता और अखंडता को मजबूत किया जा सके।
इस सहयोग का उद्देश्य एनएबीएल की मान्यता योजना को बढ़ावा देकर पूरे देश में डेवलपर्स को सशक्त बनाना है। यह एक ऐसे भविष्य के निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जहाँ निर्माण में उत्कृष्टता मानक है, जिससे डेवलपर्स और अंतिम उपयोगकर्ता दोनों को फायदा पहुंचेगा।
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