नई दिल्ली: बेहतरीन गलौटी कबाब का पर्याय बन चुके लखनऊ के मशहूर टुंडे कबाबी का जायका अब दिल्ली के लोग भी ले सकेंगे। यहां के लोग अब स्विगी के माध्यम से घर बैठे गलौटी कबाब-परांठे और दम बिरयानी का आनंद ले सकेंगे।
वैश्विक स्तर पर ‘दुनिया के मोस्ट लीजेंडरी रेस्टोरेंट्स’ की 2023 की सूची में छठे स्थान पर रहे टुंडे कबाबी का दिल्ली में कदम रखना, भारतीय व्यंजनों की दुनिया में एक बड़ा पड़ाव है। राष्ट्रीय राजधानी में कदम रखने की यह पहल ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने और दिल्ली के लोगों तक इस खास स्वाद को पहुंचाने की ब्रांड की महत्वाकांक्षा की झलक दिखाती है।
टुंडे कबाबी के साथ पहले दिन से ही एक्सक्लूसिव ऑनलाइन बिजनेस पार्टनर के रूप में जुड़ी स्विगी ने इस विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
स्विगी के वीपी एवं नेशनल बिजनेस हेड सिद्धार्थ भाकू ने कहा, “टुंडे कबाबी के साथ हमारी पुरानी और समृद्ध साझेदारी है, जिससे लखनऊ में हजारों ग्राहकों को घर बैठे सहूलियत के साथ इसका स्वाद लेने का मौका मिलता है। गुणवत्ता एवं परंपरा को लेकर उनका समर्पण अपने ग्राहकों को व्यंजनों का बेहतरीन अनुभव देने के हमारे मिशन के अनुरूप है। हम इस बेहतरीन व्यंजन को दिल्ली में पेश करके रोमांचित महसूस कर रहे हैं। हमने अपनी डिलीवरी सर्विस को विस्तार दिया है, जिससे सुनिश्चित होगा कि ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को सहूलियत के साथ टुंडे कबाबी की विभिन्न डिशेज का स्वाद मिल सके।”
टुंडे कबाबी के मालिक मोहम्मद मीजान ने कहा, “पांच साल पहले जब स्विगी ने हमारे रेस्टोरेंट में कदम रखा था, तब से हमने ऑर्डर्स में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखी है। उनके लगातार समर्थन से हम तीन महीने में ही ऑनलाइन ऑपरेशंस को सुचारु तरीके से संचालित करने में सक्षम हो गए थे। तब से ऑनलाइन बोर्डिंग हमारे कारोबार का अहम हिस्सा बन गई है, जिसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। स्विगी ने हमें ऐसे ग्राहकों तक पहुंचने में मदद की है, जो टुंडे कबाबी का स्वाद लेना चाहते हैं, लेकिन किन्हीं कारणों से हमारे आउटलेट तक पहुंचने में सक्षम नहीं हो पाते। स्विगी के साथ हमारी साझेदारी शानदार है और साझा विकास की रणनीति पर केंद्रित है। अब हमने दिल्ली में अपना पहला आउटलेट खोला है और स्विगी के साथ इस सफल साझेदारी को जारी रखने और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक अपनी शानदार डिशेज को पहुंचाने के लिए उत्साहित हैं।”
चौक एरिया में स्थापित टुंडे कबाबी 1905 से लखनऊ की पाक विरासत का अनूठा प्रतीक बना हुआ है। टुंडे कबाबी की कहानियां बिना दांतों वाले नवाब से जुड़ी हैं, जो नरम कबाब का स्वाद लेना चाहते थे। इस व्यंजन को हाजी मुराद अली की अनूठी प्रतिभा के लिए जाना जाता है। एक हाथ से दिव्यांग होने के कारण उन्हें टुंडे कहा जाता था। उन्होंने बेहद नरम और मुंह में घुल जाने वाले गलौटी कबाब बनाए।
उपभोक्ता अब स्विगी के माध्यम से टुंडे कबाबी के शानदार व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। दिल्ली में इस लोकप्रिय ब्रांड के आगमन के मौके पर स्विगी पर 125 रुपये की छूट का ऑफर भी दिया जा रहा है।
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