आज विश्व जल दिवस है। यह दिन मीठे पानी के महत्व और जल संसाधनों के उचित प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष का विषय ‘ग्लेशियर संरक्षण’ है। यह वैश्विक मीठे पानी की आपूर्ति बनाए रखने में ग्लेशियर की महत्वपूर्ण भूमिका और जलवायु संरक्षण उपायों की तत्काल आवश्यकता पर बल देता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई है। मानव सभ्यता में जल की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने भावी पीढ़ियों के लिए इस अमूल्य संसाधन की सुरक्षा के लिए सामूहिक कार्रवाई का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा; “विश्व जल दिवस पर, हम जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हैं। जल सभ्यताओं की जीवन रेखा रहा है और इसलिए भावी पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करना अधिक महत्वपूर्ण है!”
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