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प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत प्रखर वैज्ञानिकों और नवोन्मेषी वैज्ञानिकों की बदौलत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित कर रहा है, जिससे भावी चुनौतियों के समाधान उपलब्ध होंगे। आज आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम की 118वीं कड़ी में उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश की हाल की उपलब्धियों की सराहना की।

प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कार्यरत बैंगलुरू के स्टार्ट-अप पिक्सल की प्रशंसा की जिसने देश के पहले निजी उपग्रह पुंज-फायरफ्लाई का सफल प्रक्षेपण किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सफलता आत्म-निर्भरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यह सफलता आधुनिक अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में भारत के अग्रणी स्थान को परिलक्षित करती है और अंतरिक्ष में निजी क्षेत्र की मजबूती और नवाचार को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष में उपग्रहों की डॉकिंग में मिली सफलता के संबंध में कहा कि यह तकनीक अंतरिक्ष केंद्रों को सामग्री की आपूर्ति और अंतरिक्ष में यात्रियों को भेजने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा चौथा देश है जिसने यह सफलता हासिल की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरिक्ष में लोबिया के पौधे उगाने में वैज्ञानिकों को मिली सफलता की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे अंतरिक्ष में सब्जी उगाना संभव होगा। प्रधानमंत्री ने आईआईटी-मद्रास के एक्स–टेम केंद्र की प्रशंसा की जो अंतरिक्ष में निर्माण के लिए नई तकनीक पर काम कर रहा है। इस केंद्र में अंतरिक्ष के लिए थ्रीडी-प्रिंटेड भवन, धातु निर्मित फोम और ऑप्टिकल फाइबर तकनीक पर अनुसंधान हो रहा है जिससे देश के गगनयान मिशन और भावी अंतरिक्ष केंद्र को मजबूती मिलेगी तथा विनिर्माण में आधुनिक तकनीक के नए रास्ते भी खुलेंगे। उन्होंने देशवासियों की ओर से वैज्ञानिकों, नवाचार से जुड़े लोगों और युवा उद्यमियों को शुभकामनाएं दीं।

प्रधानमंत्री ने देशवासियों को 75वें गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं भी दी हैं। उन्होंने कहा है कि संविधान लागू होने की 75वीं वर्षगांठ होने के कारण इस वर्ष के गणतंत्र दिवस का विशेष महत्व है।

प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहेब आम्बेडकर, डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद और डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सहित संविधान सभा के सभी सदस्यों को नमन किया। उन्होंने कहा कि देशवासियों को इन महान नेताओं के विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने 25 जनवरी को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय मतदाता दिवस के महत्व की भी चर्चा की। देश में निर्वाचन आयोग की स्थापना इसी दिन हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने संविधान में चुनाव आयोग और लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी को बहुत बड़ा स्थान दिया है और निर्वाचन आयोग की भूमिका और योगदान प्रशंसनीय रहा है। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और लोकतंत्र से ही देश सशक्त और समृद्ध हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता और मतदान-प्रक्रिया को आधुनिक बनाने के लिए तकनीक के उपयोग की प्रशंसा की।

उत्तरप्रदेश में प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले के संबंध में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समता-समरसता का एक असाधारण संगम है। उन्होंने कहा कि कुंभ विविधता में एकता का उत्सव है और इस बार संगम पर जनसैलाब उमड़ पड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुंभ के दौरान अमीर-गरीब सब एक होकर संगम में डुबकी लगाते हैं और इस प्रकार यह एकता का महाकुंभ है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रयागराज, उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में कुंभ का आयोजन होता है, उसी प्रकार गोदावरी, कृष्णा, नर्मदा और कावेरी नदियों के तट पर पुष्करम का आयोजन होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुंभ में युवाओं की व्यापक भागीदारी हो रही है और जब युवा पीढी अपनी सभ्यता के साथ गर्व से जुड़ जाती है, तो उसकी जड़ें और मजबूत होती हैं। उन्होंने कहा कि इस बार कुंभ में बड़े पैमाने पर डिजिटल तकनीक का उपयोग हो रहा है और कुंभ की ये वैश्विक लोकप्रियता हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि कुंभ, पुष्करम और गंगा सागर मेला सामाजिक मेल-जोल, सद्भाव और एकता को बढ़ाने वाले पर्व हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का एक वर्ष पूरा हो गया है और पौष शुक्ल द्वादशी को लाखों रामभक्तों ने रामलला के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि हमें विकास के रास्ते पर चलते हुए अपनी विरासत को भी सहेजना है और उनसे प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ना है।

प्रधानमंत्री ने अन्य प्राणियों के साथ मनुष्य के जुड़ाव के संबंध में कहा कि भारतीय संस्कृति और विरासत आसपास के पशु-पक्षियों के साथ प्यार से रहना सिखाती है। उन्होंने असम के नौगांव का उदाहरण दिया, जहां ग्रामीणों ने हाथियों के भोजन लिए आठ सौ बीघा परती भूमि पर नेपियर घास उगाई है। प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ में गुरु घासीदास तमोर पिंगला बाघ अभयारण्य और मध्यप्रदेश में रातापानी बाघ अभयारण्य की स्थापना पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।

स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम के नौ वर्ष पूरा होने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है और आधे से अधिक स्टार्ट-अप दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंबाला, हिसार, कांगड़ा, चेंगलपत्तू, बिलासपुर, ग्वालियर और वाशिम में कई स्टार्ट-अप काम कर रहे हैं और पिछले वर्ष नागालैंड में स्टार्ट-अप पंजीकरण में दौ सौ प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन, गैर-नवीकरणीय ऊर्जा, जैव प्रौद्योगिकी और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में बड़ी संख्या में स्टार्ट-अप सामने आए हैं। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की चर्चा की, जिन्होंने कहा था कि जिस व्यक्ति में अपने विचारों के प्रति जुनून होता है, वही अपने लक्ष्य को हासिल कर पाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसी भी विचार को सफल बनाने के लिए जुनून सबसे ज़रुरी होता है। उन्होंने कहा कि निष्ठा और उत्साह से नवाचार, सृजनात्मकता और सफलता का रास्ता अवश्य निकलता है।

प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के योगदान को याद करते हुए कहा कि 23 जनवरी को नेताजी की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जाएगी। उन्होंने सुभाष बाबू को दूरदर्शी नेता बताते हुए कहा कि साहस उनके स्वभाव में रचा-बसा था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक कुशल प्रशासक के रूप में नेताजी ने कई बड़े कार्य किये और जन-कल्याण के लिए उनके प्रयासों को आज भी याद किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे नेताजी के बारे में अधिक से अधिक पढ़ें और उनके जीवन से निरंतर प्रेरणा लें।

प्रधानमंत्री ने अरूणाचल प्रदेश के दीपक नाबाम की चर्चा की जिन्होंने सेवा की अनूठी मिसाल पेश की है। दीपक एक ऐसा लिविंग-रूम चलाते हैं जहां शारीरिक और मानसिक दिव्यांगों के अलावा बुजुर्गों और नशे की लत के शिकार लोगों की देखभाल की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लक्षद्वीप के कवारत्ती में कार्यरत नर्स के. हिंडुम्बी का काम भी बहुत प्रेरित करने वाला है। उन्होंने लक्षद्वीप के ही के. जी. मोहम्मद की भी प्रशंसा की जिनके कठिन परिश्रम की बदौलत मिनीकॉय द्वीप के आसपास का वातावरण बेहतर हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने निकोबार जिले में नारियल तेल के लिए जीआई-टैग मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस तेल के उत्पादन से जुड़ी महिलाओं के स्व-सहायता समूह बनाए जा रहे हैं और उन्हें इस तेल की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह जनजातीय समुदाय के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है।

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