प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कल फ्रांसीसी राष्ट्रपति विमान में पेरिस से मार्सिले तक की हवाई यात्रा की। यह हवाई यात्रा दोनों राजनेताओं के बीच व्यक्तिगत तालमेल को दर्शाती है। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों तथा प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों के संपूर्ण आयाम पर चर्चा की। मार्सिले पहुंचने के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। राजनेताओं ने भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जो पिछले 25 वर्षों में निरंतर एक बहुआयामी संबंध के रूप में विकसित हुई है।
वार्ता में भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के सभी पहलुओं को शामिल किया गया। दोनों नेताओं ने रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की। हाल ही में संपन्न एआई एक्शन शिखर सम्मेलन और 2026 में होने वाले भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष की पृष्ठभूमि में साझेदारी का यह क्षेत्र और भी महत्वपूर्ण हो गया है। नेताओं ने व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने का भी आह्वान किया और इस संबंध में 14वें भारत-फ्रांस सीईओ फोरम की रिपोर्ट का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति मैक्रों ने स्वास्थ्य, संस्कृति, पर्यटन, शिक्षा और लोगों के बीच आपसी संबंध के क्षेत्र में जारी सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने भारत-प्रशांत तथा वैश्विक मंचों और पहलों में आपसी जुड़ाव को और गहरा करने की प्रतिबद्धता जताई।
वार्ता के बाद भारत-फ्रांस संबंधों में आगे के रास्ते को रेखांकित करने वाला एक संयुक्त वक्तव्य अंगीकार किया गया। प्रौद्योगिकी और नवाचार, असैन्य परमाणु ऊर्जा, त्रिकोणीय सहयोग, पर्यावरण, संस्कृति और लोगों के बीच आपसी संबंधों के क्षेत्रों में दस निर्णयों को भी अंतिम रूप दिया गया (सूची संलग्न है)।
राष्ट्रपति मैक्रों ने मार्सिले के निकट तटीय शहर कैसिस में प्रधानमंत्री के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति मैक्रों को भारत आने का निमंत्रण दिया।