उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित धराली में कल बादल फटने से खीरगंगा नदी में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित एजेंसियां बचाव और राहत कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल हैं। अब तक 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।सेना की ओर से 14वीं राजपूताना राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन के नेतृत्व में लगभग 150 जवान प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्यों में लगे हुए हैं। इसके अतिरिक्त, एसडीआरएफ की तीन टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं और लगभग 70 से 80 लोगों को गंगोत्री में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एसडीआरएफ के कमांडर अर्पण यदुवंशी ने बताया कि उन्नत उपकरणों और खोजी कुत्तों के दस्तों से लैस अतिरिक्त टीमें आपदा स्थल के लिए भेजी गई हैं।
धराली के विभिन्न स्थानों से 70 से 80 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करके गंगोत्री ले जाया गया। सभी लोग सेफ हैं 50 से 60 फीट ऊंचा मलवा है और दूसरी मंजिल तक पहुंच गया है और यह मलवा दलदली है। हमारी टीम रास्ता बनाने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा रिजर्व में बटालियन हेड क्वाटर से चालीस लड़कों की टीम जिसमें पैरा मेडिक्स है, डॉग स्क्वाड हैं हमारे दो डॉग भी इसमें जा रहे हैं। सभी के साथ हमारी टीम रवाना हो गई है।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कल रात देहरादून में आपदा संचालन केंद्र में स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सभी राहत एजेंसियों को तालमेल बिठाकर काम करने, प्रभावित लोगों को तत्काल निकालने, सुरक्षित जगह पर पहुंचाने और सभी आवश्यक सहायताएं प्रदान करने के निर्देश दिए।
सेना के साथ भी हम लोग लगातार को ऑर्डिनेशन में है, क्योंकि सेना के बेस कैंप के आसपास भी जो है यह मालवा आया है और कुछ सड़क मार्ग भी बाधित हुआ है। मौसम बड़ी चुनौती है इस समय भी वहां पर बारिश हो रही है। स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर डॉक्टरों की तैनाती कर रहा है, दवाइयां की वहां पर तत्काल व्यवस्था कर रहा है। भोजन इत्यादि की व्यवस्था हो रही है ऐसे सभी व्यवस्थाएं तत्काल पहुंचे, एक व्यक्ति की जान हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है हर एक को बचाने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं आपदा तो प्राकृतिक है, लेकिन उसका क्विक रिस्पांस टाइम कम से कम हो वही हमारा एक मंत्र भी है इस मंत्र के आधार पर काम कर रहे हैं।
प्रभावित क्षेत्र में अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है और स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देश पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की तीन टीमें उत्तरकाशी रवाना की गई हैं। हर्षिल भटवाड़ी पीएचसी, जिला अस्पताल उत्तरकाशी, एम्स ऋषिकेश और दून अस्पताल में अतिरिक्त बेड आरक्षित किए गए हैं। 108 एंबुलेंस सेवा हाई अलर्ट पर है और सभी चिकित्सकों के अवकाश तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए हैं। राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सेना से एम.आई-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर, साथ ही यूकाडा के हेलीकॉप्टर मांगे गए हैं। मौसम अनुकूल होते ही हवाई मदद शुरू की जाएगी। उधर, राज्य के अन्य जिलों में भी आज तीसरे दिन भी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में आज भारी बारिश का ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, रुद्रप्रयाग जिले में सुरक्षा कारणों से केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है। अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग, चंपावत, पौड़ी और उधमसिंह नगर में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों में आज एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है।
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