इस्पात सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा ने कहा है कि सरकारी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की अधिक मांग के कारण भारत में इस्पात उत्पादन वर्ष 2030 तक 30 करोड़ टन से अधिक हो जाने का अनुमान है।
कल, दिल्ली में भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स में उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे पर जोर दिए जाने से इस्पात की मांग काफी अधिक बनी हुई है और इसमें लगभग 10 प्रतिशत वृद्धि की संभावना है। नागेंद्र नाथ सिन्हा ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि और सरकारी तथा निजी दोनों क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे पर निरंतर जोर के कारण स्टील की मांग मजबूत बनी रहेगी।
इस सप्ताह के शुरू में इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमार स्वामी ने स्टील आयात पर निगरानी के लिए बने पोर्टल सिम्स के दूसरे संस्करण की शुरुआत की थी।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने रेमन इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (अधिग्रहणकर्ता) द्वारा स्पीड जेवीको एस.ए.आर.एल. (टारगेट) की…
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में आर्मेनिया गणराज्य की नेशनल असेंबली के…
विनिर्माण क्षेत्र में स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने के लिए, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग…
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने विश्व स्तरीय बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के…
मौसम विभाग ने पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में भीषण शीत लहर का…
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा क्रिकेट टेस्ट मैच ब्रिस्बेन में…