संविधान को अंगीकार किए जाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का संबोधन आज के सभी समाचार पत्रों के मुख पृष्ठ पर है। अमर उजाला ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के शब्दों को दिया है- हमारा संविधान जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज, संविधान लोकतंत्र की सुदृढ आधारशिला।
वहीं, हिन्दुस्तान ने संविधान दिवस पर सुप्रीम कोर्ट में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कथन को प्रमुखता दी है कि संविधान सामाजिक न्याय का जरिया है।
चुनाव जीत जाएं तो ईवीएम सही, हार जाएं तो छेड़छाड़ की गई। सर्वोच्च न्यायालय की यह टिप्पणी जनसत्ता में है। चुनावों में ईवीएम के बजाय मतपत्रों के जरिए मतदान कराने संबंधी याचिका शीर्ष न्यायालय ने खारिज की।
क्यूआर कोड से लैस होंगे नए पैन कार्ड। राष्ट्रीय सहारा के अनुसार सरकार ने नए पैन कार्ड जारी करने की परियोजना को दी मंजूरी, आसान होगी नकली पैन कार्ड की पहचान।
बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया हरिभूमि ने बॉक्स में दी है। मंत्रालय ने गंभीर चिंता जताते हुए बांग्लादेश सरकार से हिन्दुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में अराजकता जैसी स्थिति को राजस्थान पत्रिका ने सुर्खी बनाया है। पत्र लिखता है- राजधानी इस्लामाबाद में इमरान समर्थकों का बवाल, नौ की मौत, सेना भी तैनात।