केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के चौथे वर्षगांठ समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर जे.पी. नड्डा ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) को उसकी चौथी वर्षगांठ पर बधाई दी और पिछले चार वर्षों में 25,000 यूजी और पीजी सीटें बढ़ाने के लिए इसकी सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि एनएमसी ने देश में 1,00,000 एमबीबीएस सीटों का लक्ष्य एक साल पहले ही हासिल कर लिया। उन्होंने एनएमसी को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसके तहत इच्छुक चिकित्सा पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अगले 5 वर्षों में 75,000 मेडिकल सीटें बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
एनएमसी द्वारा अपनाई गई हालिया तकनीकी कार्यप्रणालियों, जैसे कि एआई के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों का आंकलन करना और फैकल्टी के लिए आधार-सक्षम बायोमेट्रिक उपस्थिति (एईबीएएस) शुरू करना, की सराहना करते हुए जे.पी. नड्डा ने एनएमसी को देश में मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और वृद्धि करने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने नेशनल मेडिकल रजिस्टर (एनएमआर) की शुरुआत के बारे में भी बताया और कहा कि यह “सभी एलोपैथिक डॉक्टरों के लिए एक महत्वपूर्ण डेटाबेस है, जिसके लिए पहले ही लगभग 20,000 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जन स्वास्थ्य सेवा की दिशा में हालिया प्रयास, खासकर फैमिली अडॉप्शन कार्यक्रम, एमबीबीएस के छात्रों को ज्यादा मानवीय और कुशल डॉक्टर बनने के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने निवारक स्वास्थ्य सेवा एवं कल्याण के प्रति सोच में बदलाव की ओर भी ध्यान दिलाया।
इस अवसर पर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने चयनित 89 निबंधों की एक निबंध संकलन पुस्तक- ‘मेकिंग ऑफ ए फैमिली फिजिशियन: रीचिंग द रूट्स’, चयनित 67 कोलाजों की एक कोलाज पुस्तक- ‘आर्ट ऑफ मेकिंग ऑफ ए फैमिली फिजिशियन: रीचिंग द रूट्स’ और गांवों तक पहुंच के माध्यम से फैमिली अडॉप्शन कार्यक्रम के तहत कॉलेजों द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविरों पर पहली सर्वेक्षण रिपोर्ट का विमोचन किया। यह सर्वेक्षण 2022 में 28 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 496 कॉलेजों के द्वितीय वर्ष के एमबीबीएस छात्रों द्वारा किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने सर्वश्रेष्ठ निबंध लिखने और सर्वश्रेष्ठ कोलाज बनाने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया। उन्होंने देश भर में एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले नए छात्रों को बधाई देते हुए अपने संबोधन का समापन किया।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अपर सचिव हेकाली झिमोमी; एनएमसी के चेयरपर्सन डॉ. बीएन गंगधार; एनएमसी के प्रेजीडेंट डॉ. अरुणा वी. वानिकर (स्नातक चिकित्सा शिक्षा बोर्ड) और डॉ. विजय ओज़ा (स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा बोर्ड), और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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