केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में 43वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन भाषण के दौरान पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार भारत व्यापार संवर्धन संगठन को एक विश्व स्तरीय एजेंसी के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। यह एक ही स्थान पर पूरे उद्योग और मूल्य श्रृंखला को प्रतिबिंबित करेगी ताकि विश्व, भारत को सर्वश्रेष्ठ एमआईसीई गंतव्य के रूप में देख सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इन सुविधाओं का विस्तार करने के लिए बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, लखनऊ, वाराणसी और नोएडा जैसी जगहों पर काम कर रही है। सरकार के विकसित भारत के लक्ष्य को समर्पित करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को दोहराते हुए, पीयूष गोयल ने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के थीम विकसित भारत 2047 पर प्रसन्नता व्यक्त की।
व्यापार मेलों में डिजिटल लेनदेन के बढ़ते उपयोग पर जोर देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्र तेजी से लेनदेन को सक्षम बनाने के लिए मेलों के आसपास कियोस्क लगाने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले और इस तरह के आयोजनों में बाजार की तलाश करने वाले उद्योगों के साथ राजस्व साझा करने के मॉडल पर भी विचार कर रहा है। उन्होंने लोकल टू ग्लोबल की ओर जाने और उपभोक्ताओं की पसंद के लिए भारत में अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शकों को लाने वाले खरीदारों और विक्रेताओं के समरूपता की सुविधा प्रदान करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत में प्रदर्शनी दुनिया के लिए वन-स्टॉप शॉप होनी चाहिए। पीयूष गोयल ने भारत व्यापार संवर्धन संगठन से वर्चुअल मेलों पर विचार करने का भी आग्रह किया।
पीयूष गोयल ने आशा व्यक्त की कि भारत विदेशी खरीदारों को आमंत्रित करने के लिए विश्व भर में मेले आयोजित करेगा। उन्होंने भविष्य के मेलों, स्टार्टअप, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हरित प्रौद्योगिकियों और साइबर प्रौद्योगिकी में प्रगति को प्रदर्शित करने वाले समर्पित मंडपों में एक महत्वपूर्ण तत्व के रूप में नवीनता की भी उम्मीद जताई।
भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) द्वारा आयोजित, 14 से 27 नवंबर, 2024 तक निर्धारित यह प्रमुख मेला, भारत की जीवंत संस्कृति, व्यापार और नवाचार का उत्सव मनाता है। यह व्यवसायों और व्यक्तियों को अवसरों का पता लगाने और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
इस वर्ष की थीम, “विकसित भारत @2047,” 2047 तक एक आत्मनिर्भर, समृद्ध और सतत राष्ट्र बनने के भारत के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है। मेला आर्थिक विकास और सामाजिक विकास के लिए आवश्यक आधार के रूप में नवाचार, स्थिरता, समावेशिता और सुशासन पर जोर देता है। भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2024 भारत की निर्यात क्षमता को प्रदर्शित करता है। यह इस महत्वाकांक्षी दृष्टि के लिए प्रतिबद्ध हितधारकों के बीच उपयुक्त संवाद सम्प्रेषण के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है।
मेले का आयोजन लगभग 1,07,000 वर्ग मीटर के सकल क्षेत्र में फैला है। इस मेले में भारत और विदेशों के 3,500 से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। यह घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए एक समेकित बिंदु के रूप में कार्य करता है। यह व्यापार-से-व्यवसाय (बी2बी) और व्यवसाय-से-उपभोक्ता (बी2सी) जुड़ाव को बढ़ावा देता है। इस आयोजन से प्रतिदिन लगभग एक लाख दर्शकों के आने की उम्मीद है, जो दक्षिण एशिया के सबसे बड़े व्यापार मेलों में से एक के रूप में इसकी स्थिति को दर्शाता है।
दर्शक 14 से 18 नवंबर, 2024 तक व्यावसायिक दिनों और 19 से 27 नवंबर, 2024 तक सामान्य दर्शक दिनों के दौरान मेले में शामिल हो सकते हैं। इस मेले का टिकट 55 डीएमआरसी मेट्रो स्टेशनों (सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन को छोड़कर), भारत मंडपम मोबाइल ऐप, डीएमआरसी ऐप मोमेंटम 2.0, दिल्ली सारथी, आईटीपीओ की आधिकारिक वेबसाइट (www.indiatradefair.com), और डीएमआरसी वेबसाइट (www.itpo.autope.in) के माध्यम से उपलब्ध है। टिकट की कीमतें पिछले साल की तरह ही है, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों को अपनी पहचान प्रस्तुत करने पर निशुल्क प्रवेश मिलेगा।
भारत मंडपम मोबाइल ऐप दर्शकों को एक विस्तृत मार्ग मानचित्र, स्टाल का स्थान और नेविगेशन सुविधाएं प्रदान करता है। दर्शकों के लिए प्रवेश द्वार भैरो रोड पर गेट नम्बर 3 और 5 तथा मथुरा रोड पर गेट नम्बर 6 और 10 पर स्थित है। यह मेला प्रतिदिन 10:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक खुला रहेगा।
बिहार और उत्तर प्रदेश इस मेले में भागीदार राज्यों के रूप में भाग ले रहे हैं, जबकि झारखंड मेले के इस संस्करण के लिए फोकस राज्य है। कुल 33 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश, 49 केंद्रीय मंत्रालय, कमोडिटी बोर्ड, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू), सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी), और टाइटन, जिंदल स्टील एंड पावर, जेएसडब्ल्यू स्टील, रिलैक्सो, हॉकिन्स और वुडलैंड जैसी प्रसिद्ध निजी कंपनियां अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन कर रही हैं। चीन, मिस्र, ईरान, दक्षिण कोरिया, स्वीडन, थाईलैंड, तुर्की, ट्यूनीशिया, लेबनान, किर्गिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात सहित देशों के अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शक मेले का मुख्य आकर्षण हैं।
भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2024 संस्कृति, व्यापार और नवाचार का प्रतिनिधित्व करता है, जो भारत की औद्योगिक शक्ति और उद्यमशीलता की भावना की प्रदर्शित करता है। यह प्रतिभागियों को सार्थक आदान-प्रदान में संलग्न होने और रणनीतियों का पता लगाने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है जो एक समृद्ध और सतत भारत में योगदान करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा,…
आम आदमी पार्टी ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज 11 उम्मीदवारों की पहली…
बिहार अगले साल अप्रैल में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की मेजबानी करेगा। बिहार में…
केंद्रीय विद्युत और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने आज लेह में केंद्र…
श्रीलंका में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा है कि देश में अब नस्लवादी राजनीति…
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लाओ पीडीआर के वियनतियाने में 11वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की…