केरल में आज विद्यारम्भम उत्सव मनाया जा रहा है। इसे औपचारिक शिक्षा की ओर पहला कदम माना जाता है। इस अवसर पर नृत्य और संगीत शिक्षा की भी शुरुआत की जाती है।
पूरे केरल में आज से कई बच्चों के लिए विद्यारंभ हुआ। इस मौक़े पर कई स्थानों पर शिक्षकों, लेखकों, विद्वानों और परिवार के सबसे बड़े सदस्यों ने इसकी शुरुआत की। विद्यारंभम के लिए कहीं सोने के छल्ले को शहद में डुबोकर बच्चों की जीभ पर लिखा गया, तो कहीं बच्चों से थाल पर लिखवाया गया। विद्यारंभम का आयोजन घरों के अलावा तिरुर में तंचन प्रांबू और कई मंदिरों में भी हुआ। इनमें पाणचिक्कडु, चोट्टनिक्करा, परवुर और अत्तकल शामिल हैं। हाल के वर्षों में, केरल में कई धर्मों के लोगों ने विद्यारंभम को अपनाना शुरु किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वराज पॉल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री…
भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मज़बूत करने और घरेलू कोयला उत्पादन में तेज़ी लाने की…
संसद का मॉनसून सत्र 2025 सोमवार के दिन 21 जुलाई, 2025 को प्रारंभ हुआ था…
भारतीय रेलवे ने 2025 के लिए 380 गणपति स्पेशल ट्रेन ट्रिप्स (फेरों) की घोषणा की…
निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए दो पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं। पंचायती राज मंत्रालय…
जी.एस.टी. की नई दरों की मंजूरी का समाचार अधिकतर अख़बारों ने मुखपृष्ठ पर दिया है।…