बिज़नेस

दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने पहल करते हुए “टेलीकॉम डिजाइन सहयोग स्प्रिंट” के तहत Start-ups/MSME, शिक्षा जगत और शोध संस्‍थानों को एक मंच पर लाया

दूरसंचार विभाग (डीओटी) एक नई और अलग तरह की पहल करते हुए “टेलीकॉम डिजाइन सहयोग स्प्रिंट” के तहत स्टार्ट-अप/एमएसएमई, शिक्षा जगत और शोध संस्‍थानों को एक मंच पर लाया है। इस स्प्रिंट का आयोजन दूरसंचार विभाग द्वारा आईआईआईटी, बेंगलूरु में किया गया। रेडियो एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) में शामिल 15 अग्रणी स्टार्टअप/एमएसएमई, कोर इकोसिस्टम, आईआईटी मद्रास, सी-डॉट, आईआईटी दिल्ली जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों और अन्य नेटवर्क संस्थाओं ने इस स्प्रिंट में भाग लिया।

यह सहयोग व्यापक 5जी समाधान को शामिल करते हुए एक समन्वित और भविष्य के लिए तैयार टेलीकॉम स्टैक विकसित करने और 6जी में भविष्य की प्रगति के लिए मंच तैयार करने की दिशा में डीप-टेक तेजी से विचार और अभिनव समाधान में लगा हुआ है। यह स्प्रिंट तीन मुख्‍य उद्देश्यों से प्रेरित है:

  1. सामूहिक शक्तियों का लाभ उठाना: इस स्प्रिंट ने स्टार्टअप्स को महत्वपूर्ण 5जी अवसंरचना क्षेत्रों में विशेषज्ञता को संयोजित करने, नवाचार को बढ़ावा देने और एक सामान्य दूरसंचार स्टैक विकास को गति देने में सक्षम बनाया।
  2. समग्र समाधानों को बढ़ावा देना: सहयोग के माध्यम से, स्टार्टअप का लक्ष्य व्यापक 5जी समाधान तैयार करना, उद्योग की आवश्‍यकताओं पर ध्यान देना और भविष्य की प्रगति के लिए तैयारी करना है।
  3. बाज़ार के अवसर पैदा करना: प्रयासों को समन्वित करके, यह बाज़ार की संभावनाओं को मूर्त रूप देना चाहता है, जिससे स्टार्टअप्स को दूरसंचार परिदृश्य में प्रतिस्पर्धा करने और बढ़ने के लिए सशक्त बनाया जा सके।

स्प्रिंट कार्यक्रम के दौरान गहन और व्यापक विचार-विमर्श के बाद, भारतीय दूरसंचार इकोसिस्‍टम में कमियों को दूर करने और 6जी एवं अन्य आगामी प्रौद्योगिकियों के लिए तैयार होने के लिए परिणाम-आधारित केंद्रित समूहों का गठन किया गया। ये समूह वर्तमान कमियों को दूर करने और भविष्य की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए उपयुक्त समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्य अवसंरचना, वितरण इकाइयों (डीयू), रेडियो इकाइयों (आरयू), केंद्रीय इकाइयों (सीयू) और अन्य तत्वों जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। दो कार्यदलों का भी गठन किया गया।

प्रतिभागियों ने इस अग्रणी पहल की सराहना की और इसे उद्योग में अपनी तरह का पहला प्रयास बताया। प्रतिभ‍ागियों ने सहयोग में भी रुचि व्यक्त की और दूरसंचार विभाग से ऐसी पहलों को जारी रखने का आग्रह किया।

स्प्रिंट 5जी युग और उसके बाद भारत के दूरसंचार क्षेत्र को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जाने के लिए नवाचार को बढ़ावा देने एवं औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दूरसंचार विभाग की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। स्टार्ट-अप और एमएसएमई की विशिष्ट शक्तियों और क्षमता को शिक्षा तथा उद्योग के साथ एक साथ लाकर, दूरसंचार विभाग का लक्ष्य 6जी प्रौद्योगिकी की ओर आगे बढ़ने पर जोर देने के साथ एक मजबूत और दूरंदेशी मोबाइल टेलीकॉम स्टैक का सृजन करना है।

Editor

Recent Posts

डाक विभाग और जेएससी रूस पोस्ट ने इंटरनेशनल ट्रैक्ड पैकेट सर्विस (ITPS) के साथ सीमा पार ई-कॉमर्स को बढ़ावा देने हेतु ऐतिहासिक समझौता किया

भारत सरकार के डाक विभाग और जेएससी रूस पोस्ट ने इंटरनेशनल ट्रैक्ड पैकेट सर्विस (आईटीपीएस)…

3 घंटे ago

दूरसंचार विभाग ने प्रो टेम प्रमाणपत्र की वैधता मौजूदा 6 महीने से बढ़ाकर 2 वर्ष की

कारोबार करने में सुगमता बढ़ाने तथा उद्योग के लिए व्यवसाय की निरंतरता सुनिश्चित करने की…

3 घंटे ago

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति भवन में रात्रिभोज का आयोजन किया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कल शाम रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में रात्रिभोज…

4 घंटे ago

भारतीय रेल ने उड़ाने रद्द होने से यात्रा में होने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए 37 ट्रेनों में 116 अतिरिक्ते कोच लगाए

भारतीय रेल ने हाल ही में बड़े पैमाने पर उड़ाने रद्द होने के कारण यात्रियों…

4 घंटे ago

राष्ट्र आज डॉ. भीमराव अंबेडकर की 70वीं पुण्यतिथि पर उन्हें याद कर नमन कर रहा है

देश आज भारत रत्न डॉ. भीम राव अंबेडकर को उनकी 70वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित…

4 घंटे ago

DRDO ने प्रौद्योगिकी विकास निधि (टीडीएफ) योजना के तहत विकसित सात महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां तीनों सेनाओं को सौंपीं

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने प्रौद्योगिकी विकास निधि (टीडीएफ) योजना के तहत विकसित…

16 घंटे ago