प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों क्रोएशिया, कनाड़ा और साइप्रस की ऐतिहासिक यात्रा सम्पन्न कर नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। यात्रा के अंतिम चरण में क्रोएशिया में प्रधानमंत्री मोदी ने क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की इसमें वैश्विक शांति, लोकतांत्रिक मूल्यों तथा व्यापार, प्रौद्योगिकी और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग बढाने की प्रतिबद्धता पर बल दिया गया।
प्रधानमंत्री ने संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान की वकालत करते हुए कहा कि यूरोप हो या एशिया, युद्ध से समाधान नहीं मिल सकता है। उन्होंने कहा कि बातचीत और कूटनीति ही आगे बढ़ने के लिए एकमात्र व्यवहारिक मार्ग हैं। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद की निंदा की।
हम सहमत है कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। लोकतंत्र में विश्वास रखने वाली शक्तियों का विरोधी है। 22 अप्रैल को भारत में हुए आतंकी हमले पर संवेदनाओं के लिए हम प्रधानमंत्री जी और क्रोएशिया सरकार के हार्दिक आभारी है। ऐसे कठिन समय में हमारे मित्र देशों का साथ हमारे लिए बहुत मूल्यवान था। हम दोनों सहमत है कि आज के वैश्विक वातावरण में भारत और यूरोप की साझेदारी बहुत महत्व रखी है।
प्रधानमंत्री ने जहाज निर्माण, साइबर सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में बढते सहयोग पर बल दिया। रक्षा क्षेत्र में लांगटर्म सहयोग के लिए एक रक्षा सहयोग प्लान बनाया जाएगा, जिसमें ट्रेनिंग और मिलिट्री एक्सचेंज के साथ-साथ रक्षा उद्योग पर भी फोकस किया जाएगा। ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं, जहां हमारी अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे की पूरक हो सकती हैं। हमारे इन क्षेत्रों को चिन्ह्ति किया गया । हमने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने और विश्वसनीय सप्लाई चेन तैयार करने के लिए कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है। हम फार्मा, एग्रीकल्चर, इर्फोमेशन टेक्नोलोजी, क्लीन टेक्नोलोजी, डिजिटल टेक्नोलोजी, रिन्यूबल एनर्जी, सेमीकन्डक्टर ऐसे कई महत्वपूर्ण विषयों में सहयोग को बढ़ावा देंगे।
प्रधानमंत्री ने क्रोएशिया में योग की बढ़ती लोकप्रियता की भी सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाएगा। हमारे संवददाता ने बताया है कि प्रधानमंत्री की पहली क्रोएशिया यात्रा दोनों देशों के बीच सहयोग में नया अध्याय है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की क्रोएशिया यात्रा ऐतिहासिक उपलब्ध्यिों और रणनीतिक संवादों से परिपूर्ण रही। ज़ाग्रेब में प्रधानमंत्री मोदी ने क्रोएिशया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच और राष्ट्रपति ज़ोरान मिलानोविच से अलग-अलग मुलाकातें की। राष्ट्रपति मिलानोविच के साथ बातचीत में वैश्विक शांति, लोकतांत्रिक मूल्यों और बहुपक्षीय संबंधों पर विशेष बल दिया गया। दोनों नेताओं ने शिक्षा, संस्कृति और रणनीतिक साझेदारी में नई ऊर्जा भरने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री प्लेंकोविच के साथ मंत्रिमंडल स्तर की वार्ता में व्यापार, प्रौद्योगिकी और रक्षा सहयोग जैसे आम विषयों पर ठोस कदम उठाए जाने पर सहमति हुई। कृषि, विज्ञान और संस्कृति पर चार एम.ओ.यू. इस यात्रा की बड़ी उपल्बिध है। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के विरूद्ध एकजुट होकर खडे होने का संदेश दिया और क्रोएशिया द्वारा भारत को संकट के समय पर दिए गए समर्थन पर आभार जताया। प्रधानमंत्री प्लेंकोविच द्वारा आयोजित गाला डिनर ने दोनों देशों के बीच मित्रता को और प्रगाढ़ किया है। प्रधानमंत्री की यह यात्रा भारत-क्रोएशिया संबंधों में एक मजबूत मील का पत्थर बनकर उभरी है और आने वाले वर्षों में इसके सकारात्मक परिणाम दिखाई देंगे।
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