श्रीलंका में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा है कि देश में अब नस्लवादी राजनीति के लिए कोई जगह नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यहां धार्मिक उग्रवाद को कभी पनपने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने 10वीं संसद के उद्घाटन सत्र के दौरान यह बात कही। आज आधिकारिक रूप से नई संसद का सत्र बुलाया गया।
राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके द्वारा प्रस्तुत नीति वक्तव्य सरकार की राष्ट्रीय एकता, सुशासन और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सहयोग प्राप्त करने की योजनाओं को दर्शाता है, जो श्रीलंका के राजनीतिक और आर्थिक दिशा तय करेगा साथ ही आईएमएफ कार्यक्रम के तीसरे समीक्षा चरण को पूरा करने के लिए समझौता कल तक अंतिम रूप दिया जाएगा। उद्घाटन सत्र में अशोक सपुमाल राणावाला को सदन का अध्यक्ष और साजिथ प्रेमदासा को विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अगस्त से 1 सितंबर, 2025 तक जापान और चीन की यात्रा…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 5,200 करोड़ रुपये से अधिक…
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वाणिज्य विभाग के तहत बागान बोर्डों -…
नीति आयोग ने आज इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) के सहयोग से 'रीथिंकिंग…
एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए भारत को एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (एआईबीडी) के कार्यकारी…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के गया में 12,000 करोड़ रुपये की लागत वाली…