दक्षिण कोरिया में विपक्षी गठबंधन के सांसदों ने मार्शल लॉ लगाने के बाद राष्ट्रपति यून सुक येओल पर महाभियोग चलाने के लिए आज संसद में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसने हजारों प्रदर्शनकारियों को सड़कों पर ला दिया था। राष्ट्रपति यून ने कल मार्शल लॉ की घोषणा की, जिसकी व्यापक आलोचना हुई और दक्षिण कोरिया की पिछली तानाशाही से तुलना की गई। कडे विरोध का सामना करने के बाद राष्ट्रपति यून ने छह घंटे के भीतर अपना निर्णय बदल दिया।
विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य किम योंग-मिन ने कहा कि महाभियोग पर मतदान शुक्रवार को हो सकता है। छह राजनीतिक दल इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं।
महाभियोग पारित होने के लिए, दक्षिण कोरिया की नेशनल असेंबली के कम से कम दो-तिहाई सदस्यों को इसके पक्ष में मतदान करना होगा। यून की पार्टी के पास 300 में से 108 सीटें हैं, इसलिए उनकी अपनी पार्टी के कुछ सदस्यों को प्रस्ताव का समर्थन करने की आवश्यकता होगी।
यदि महाभियोग चलाया जाता है, तो यून को पद से निलंबित कर दिया जाएगा। इसके बाद संवैधानिक न्यायालय यह तय करेगा कि उन्हें स्थायी रूप से हटाया जाए या नहीं।
निर्वाचन आयोग ने कहा है कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण- एस.आई.आर के दूसरे…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के स्थापना दिवस पर उनके कर्मियों को…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नगालैंड के लोगों को उनके राज्य के स्थापना दिवस के…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीमद्भगवद्गीता के अवतरण से जुड़े पावन दिवस 'गीता जयंती' पर देशवासियों…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली में फुटवियर डिजाइन एवं विकास संस्थान के दीक्षांत…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पहली बार राज्यसभा की अध्यक्षता करने पर उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन…